कोर सेक्टर के उत्पादन में एक बार फिर गिरावट आई है. यह लगातार तीसरा महीना है जब देश के कोर सेक्टर का उत्पादन गिरा है. दिसंबर (2020) में कोर सेक्टर का उत्पादन 1.3 फीसदी गिर गया. कोर सेक्टर के आठ उद्योगों में से छह के उत्पादन में गिरावट दर्ज की गई है. सिर्फ कोयला और बिजली सेक्टर का उत्पादन बढ़ा है.


लगातार तीसरे महीने खराब प्रदर्शन 

यह लगातार तीसरा महीना है, जब कोर सेक्टर के उत्पादन में लगातार गिरावट दर्ज की गई है. कोर सेक्टर के उत्पादन में अक्टूबर के दौरान 0.9 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई थी. पहले इसमें 2.5 फीसदी की गिरावट का अनुमान लगाया गया था. नवंबर में कोर सेक्टर में 1.4 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई. हालांकि इसमें 2.6 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई थी. दिसंबर में 1.3 फीसदी की गिरावट आई. हालांकि दिसंबर में लगातार पांचवें महीने कोयले के उत्पादन में बढ़ोतरी दर्ज की गई. बिजली के उत्पादन में लगातार चौथे महीने बढ़त दर्ज की गई. दिसंबर में बिजली उत्पादन में बढ़ोतरी दर्ज की गई.

सीमेंट उत्पादन में भारी गिरावट 

सीमेंट के उत्पादन में भी गिरावट दर्ज की गई है. मौजूदा वित्त वर्ष के दौरान बिजली के उत्पादन में सिर्फ एक बार बढ़ोतरी दर्ज की गई है. अक्टूबर (2020) में सीमेंट उत्पादन में 3.2 फीसदी की बढ़ोतरी हुई लेकिन दिसंबर में इसमें 9.7 फीसदी की भारी गिरावट दर्ज की गई. अप्रैल से दिसंबर के बीच में पूरे कोर सेक्टर के उत्पादन में 10.1 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई.

पिछले एक साल में सिर्फ एक सेक्टर में पॉजिटिव ग्रोथ रही और वह है फर्टिलाइजर सेक्टर. वित्त वर्ष 2020 में स्टील और सीमेंट सेक्टर उत्पादन में गिरावट का सामना करते रहे. विश्लेषकों का कहना है कि कोर सेक्टर के उत्पादन में निकट भविष्य में बढ़ोतरी की गुंजाइश नहीं दिख रही है. कोरोना संक्रमण ने कई सेक्टरों पर चोट की है.

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