सीबीडीटी ने कहा है कि इस समिति की अगुवाई वित्त मंत्रालय में संयुक्त सचिव स्तर के अधिकारी करेंगे. समिति अति धनाढ्यों एचएनडब्ल्यूआई से जुड़े इस तरह के मामलों के कराधान पहलू पर विचार करेगी.
बोर्ड का कहना है कि वह एक नयी टीम बना रहा है क्योंकि हाल ही के समय में ऐसे कई मामले आए हैं जिनमें एचएनडब्ल्यूआई देश छोड़कर चले जाते हैं और विदेश में बस जाते हैं. इसके मुताबिक इस तरह के अति धनाढ्य खुद को कराधान के लिहाज से प्रवासी नागरिक बता सकते हैं जो कि बड़ा कर जोखिम है.
उल्लेखनीय है कि हाल ही में अरबपति हीरा कारोबार नीरव मोदी, उसके मामा व गीतांजलि जेम्स के प्रमोटर मेहुल चोकसी और शराब कारोबारी विजय माल्या देश छोड़कर भाग गए. इससे उन पर बकाया कर्ज व अन्य देनदारियों की वसूली में दिक्कत हो रही है.