नई दिल्लीः नीरव मोदी व विजय माल्या जैसे धन्नासेठों के देश से भाग जाने और विदेश में बसने के हालिया मामलो से चिंतित केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड-सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्सेज (सीबीडीटी) ने एक समिति गठित की है जो कि इस तरह के मामलों का अध्ययन करेगी. स​मिति ऐसे लोगों से बकायाकरों की वसूली के लिए कार्य योजना तैयार करेगी. यह समिति सीबीडीटी के चेयरमैन सुशील चंद्रा के निर्देश पर गठित की गई है.


सीबीडीटी ने  कहा है कि इस समिति की अगुवाई वित्त मंत्रालय में संयुक्त सचिव स्तर के अधिकारी करेंगे. समिति अति​ धनाढ्यों एचएनडब्ल्यूआई से जुड़े इस तरह के मामलों के कराधान पहलू पर विचार करेगी.

बोर्ड का कहना है कि वह एक नयी टीम बना रहा है क्योंकि हाल ही के समय में ऐसे कई मामले आए हैं जिनमें एचएनडब्ल्यूआई देश छोड़कर चले जाते हैं और विदेश में बस जाते हैं. इसके मुताबिक इस तरह के अति धनाढ्य खुद को कराधान के ​लिहाज से प्रवासी नागरिक बता सकते हैं जो कि बड़ा कर जोखिम है.

उल्लेखनीय है कि हाल ही में अरबपति हीरा कारोबार नीरव मोदी, उसके मामा व गीतां​जलि जेम्स के प्रमोटर मेहुल चोकसी और शराब कारोबारी विजय माल्या देश छोड़कर भाग गए. इससे उन पर बकाया कर्ज व अन्य देनदारियों की वसूली में दिक्कत हो रही है.