Windfall Tax: कच्चे तेल पर विंडफॉल टैक्स को लेकर बड़ी कटौती केंद्र सरकार की ओर से की गई है. सरकार ने कच्चे तेल (Crude Oil) पर विंडफाल टैक्स को को घटाकर 3,500 रुपये प्रति टन कर दिया है. इससे पहले ये 4400 रुपये प्रति टन था. इस हिसाब से देखा जाए तो विंडफॉल टैक्स में 900 रुपये प्रति टन की कमी की गई है. 

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केंद्र सरकार (Center Government) ने डीजल के एक्सपोर्ट ड्यूटी में 0.50 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई है. वहीं दूसरी ओर पेट्रोल और एविएशन टर्बाइन फ्यूल (ATF) यानी जेट फ्यूल को इससे छूट दी गई है. ये बढ़ी हुई दर 21 मार्च से लागू होगी. 

विंडफॉल टैक्स में हुई थी बढ़ोतरी 

अभी कुछ समय पहले यानी 4 मार्च को केंद्र सरकार की ओर से विंडफॉल टैक्स में मामूली बढ़ोतरी की गई थी. सरकार ने कच्चे तेल पर विंडफॉल टैक्स को 4350 रुपये प्रति टन से बढ़ाकर 4400 रुपये प्रति टन कर दिया था. हालांकि डीजल के निर्यात पर 0.5 रुपये प्रति लीटर बढ़ोतरी हुई थी. वहीं एटीएफ को एक्सपोर्ट ड्यूटी से हटा दिया गया था. 

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पेट्रोल और एटीएफ पर कब लगा था विंडफॉल टैक्स 

भारत ने पहली बार 1 जुलाई 2022 को पेट्रोल और एटीएफ पर 6 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 13 रुपये प्रति लीटर का निर्यात शुल्क लगाकर विंडफॉल प्रोफिट टैक्स से लाभ कमाया था. घरेलू कच्चे तेल के उत्पादन पर 23,250 रुपये प्रति टन विंडफॉल टैक्स लगाया था. 

कैसे तय होता है विंडफॉलटैक्स?

इस तरह का टैक्स इंटरनेशनल मार्केट में क्रूड ऑयल की कीमत पर निर्भर करता है. वहां जैसी स्थिति होगी टैक्स उसी हिसाब से होगा. केंद्र सरकार ने हाल ही में संसद में दिए एक जवाब में कहा कि विशेष अतिरिक्त उत्पाद शुल्क 25 हजार करोड़ विंडफॉल टैक्स से इस वित्त वर्ष के दौरान वसूलने का अनुमान है. 

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