फेस्टिव सीजन में अक्सर लोग जल्दबाजी में कार खरीदने का प्लान बना लेते हैं. ऐसी जल्दबाजी में कार लोन लेना महंगा पड़ सकता है. दरअसल कार लोन लेने से पहले पूरी जानकारी हासिल करनी चाहिए. ऐसा करने से आपको सस्ता लोन तो मिलेगा ही और भी कई फायदे होंगे.


कार लोन बैंक आपकी इनकम, बेहतर क्रेडिट स्कोर को देखते हुए देते हैं. अगर बेहतर क्रेडिट स्कोर है तो बैंक जल्दी लोन दे देते हैं. कार लोन की ईएमआई मासिक सैलरी के 20% के आसपास होने पर लोन आसानी से मिलता है.


कार लोन लेते वक्त विभिन्न बैंकों की ब्याज दरों पर ही ध्यान नहीं देना चाहिए बल्कि लोन की प्रोसेस फीस और प्री-पेमेंट चार्ज का भी ध्यान रखना चाहिए. क्योंकि कई बार कम ब्याज पर लोन देने वाले बैंक ज्यादा प्रोसेस फीस और प्री-पेमेंट चार्ज वसूलते हैं.


कार लोन की अवधि बहुत महत्व रखती है. इसलिए लोन लेने से पहले लोन की अवधि तय करना जरूरी होता है. जितना हो सके लोन को ज्यादा लंबे समय के लिए नहीं लेना चाहिए. बैंक के प्रतिनिधि के दबाव में आकर कभी भी लोन की अवधि तय न करें. मासिक खर्च के बाद आपके पास कितने पैसे बचते हैं जिससे आप EMI का भुगतान कर सकते हैं, इसके अनुसार ही आप लोन की अवधि तय करें.


कार लोन ऐसे बैंक से लेना चाहिए जिसमें प्री पेमेंट पर पैनल्टी चार्ज न देनी पड़े. कार लोन 5 से 8 साल के लिए होता है. हो सकता है इस बीच आपकी आमदनी बढ़ जाए और आप प्री पेमेंट की सोचें लेकिन कई बैंक ऐसे होते हैं जो प्री पेमेंट पर भारी-भरकम पैनल्टी चार्ज लेते हैं. इसलिए आप ऐसे बैंक को चुनें जहां से आपको प्री-पेमेंट पर पैनल्टी नहीं देनी पड़े.


फेस्टिव सीजन में कई बैंक कई तरह के ऑफर देते हैं. इन ऑफर्स के तहत बैंक कम ब्याज दर पर लोन देने के अलावा प्रोसेस फीस पर भी छूट शामिल होती हैं. इसलिए फेस्टिव सीजन में लोन लेते वक्त इन ऑफर्स का भी ध्यान रखें.


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