Gold Trading on BSE: जल्द ही आप BSE पर सोने की खरीद-बिक्री कर सकेंगे. पूंजी बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) से बीएसई को अपने प्‍लेटफॉर्म पर इलेक्‍ट्रॉनिक गोल्‍ड रिसीप्‍ट (Electronic Gold Receipt (EGR)) की शुरुआत करने की अनुमति मिल चुकी है. बीएसई इसके लिए कई बार मॉक ट्रेडिंग भी कर चुका है ताकि इसकी क्षमता का आकलन किया जा सके. उम्‍मीद है कि ईजीआर के जरिये सोने में ट्रेडिंग दिवाली तक शुरू हो जाए. यहां आप शेयरों की तरह ही सोने की खरीद बिक्री कर सकेंगे. इसके लिए आपके पास डीमैट अकाउंट (Demat Account) होना चाहिए, अलग से कोई खाता खुलवाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. 
ईजीआर के जरिये हर तरह के बाजार प्रतिभागी (Market Participants) जैसे व्‍यक्तिगत निवेशक, आयातक, बैंक, रिफाइनर्स, सर्राफा कारोबारी, आभूषण बनाने वाले और खुदरा विक्रेता सोने की खरीद बिक्री कर सकेंगे. 
शेयरों की तरह ही बीएसई पर किसी खास समय पर सोने की कीमत दिखेगी. अगर आप खरीदना या बेचना चाहते हैं तो अपनी मर्जी से आप गोल्‍ड की खरीद-बिक्री कर सकेंगे. खरीदा गया सोना आपके डीमैट खाते में जमा हो जाएगा. 
इसे एक उदाहरण के जरिये समझिए. मान लीजिए कि आज आपने 50 ग्राम गोल्‍ड खरीदा. 3 महीने बाद उसकी कीमत में बढ़ोतरी होती है और आप उसे बेचना चाहते हैं. इसके लिए आपको बीएसई पर जाकर सिर्फ सेल का बटन दबाना होगा और सोने की तात्‍कालिक कीमत के हिसाब से रकम आपके खाते में आ जाएगी. 
अगर आपने सोना खरीदा है और चाहते हैं कि आपको वह भौतिक रूप में मिले तो इसके लिए आपको बीएसई के डिलीवरी सेंटर जाना होगा. फिर, इस भौतिक सोने (Physical Gold) से आप आभूषण बनवाएं या इसे बार या क्‍वाइन के तौर रखें, यह आपकी अपनी मर्जी होगी. 
आप अपने घर में रखा सोना भी बीएसई पर बेच सकेंगे. बीएसई ने इसके लिए ब्रिंक्‍स इंडिया और सिक्‍वेल लॉजिस्टिक्‍स के साथ समझौता किया है. आपको इसकी शाखा में जाकर फिजिकल गोल्‍ड जमा करवाना होगा जो ईजीआर के रूप में आपके डीमैट खाते में आ जाएगा. 
क्‍या होता है ईजीआर?
EGR यानी इले‍क्‍ट्रॉनिक गोल्‍ड रिसीप्‍ट अन्‍य प्रतिभूतियों जैसा ही होगा. इसकी ट्रेडिंग क्लियरिंग और सेट्लमेंट भी दूसरी प्रतिभूतियों (Securities) की तरह किया जा सकेगा. अभी भारत में सिर्फ गोल्‍ड डेरिवेटिव्‍स (Gold Derivatives) और गोल्‍ड ईटीएफ (Gold ETF) का कारोबार होता है जबकि दूसरे देशों में गोल्‍ड में भौतिक कारोबार के लिए स्‍पॉट एक्‍सचेंज हैं. सेबी ने भी भारत में गोल्‍ड स्‍पॉट एक्‍सचेंज का रास्‍ता साफ कर दिया है. 
गोल्‍ड की खपत (Gold Consumption) के मामले में भारत दुनिया का दूसरा सबसे देश है और इसकी सालाना मांग लगभग 800 से 900 की है.