Reliance Capital Delisting: देश के सबसे रईस कारोबारी मुकेश अंबानी के छोटे भाई अनिल अंबानी की भारी कर्ज में डूबी कंपनी रिलायंस कैपिटल अब शेयर बाजार के इतिहास से गायब हो जाएगी. गंभीर वित्तीय संकट में फंसी अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस कैपिटल (RCL) अब भारतीय शेयर बाजार के एक्सचेंजों से डीलिस्ट होगी. कंपनी ने आज एक एक्सचेंज फाइलिंग में ये जानकारी दे दी है.


NCLT ने हिंदुजा ग्रुप को थमाई आरसीएल की कमान


नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) ने रिलायंस कैपिटल को खरीदने के लिए हिंदुजा ग्रुप को मंजूरी दे दी है. रिलायंस कैपिटल के शेयरों में 26 फरवरी 2024 यानी इसी सोमवार से ट्रेडिंग बंद है. एक्सचेंज फाइलिंग में रिलायंस कैपिटल ने ऐलान किया कि अप्रूव्ड रिसॉल्यूशन प्लान के तहत एक्सचेंजों से कंपनी के मौजूदा इक्विटी शेयरों को हटाने पर सोचा जा रहा है क्योंकि स्वीकृत समाधान योजना मौजूदा इक्विटी शेयरों को डीलिस्ट करने पर विचार करती है.


जानें निवेशकों के पैसे का क्या होगा


एनसीएलटी के ऑर्डर और सेबी (इक्विटी शेयरों की डीलिस्टिंग) रेगुलेशन, 2021 के मुताबिक रिलायंस कैपिटल के इक्विटी शेयरों को स्टॉक एक्सचेंजों से हटा दिया जाएगा.


RCL के इक्विटी शेयरहोल्डर्स के लिए लिक्विडेशन वैल्यू या परिसमापन मूल्य जीरो तय किया गया है. इसका मतलब है कि उन्हें कोई पेमेंट या ऑफर हासिल नहीं होगा.


एनसीएलटी अप्रूवल ऑर्डर के मुताबिक आरसीएल की सारी मौजूदा शेयर पूंजी मुआवजे के बिना कैंसिल और खत्म कर दी जाएगी.


IIHL और/या कार्यान्वयन यूनिट अपने नामिनी व्यक्तियों के साथ, रिलायंस कैपिटल लिमिटेड के इकलौते शेयरहोल्डर्स बन जाएंगे.


भारतीय स्टॉक एक्सचेंज सेबी (इक्विटी शेयरों की डीलिस्टिंग) रेगुलेशन के मुताबिक और एनसीएलटी के अप्रूव्ड रेसॉल्यूशन प्लान और प्रासंगिक नियमों के कंप्लाइंस में डीलिस्टिंग प्रोसीजर शुरू कर देंगे.


इंडसइंड इंटरनेशनल होल्डिंग्स लिमिटेड होगी रिलायंस कैपिटल की नई मालिक


रिलायंस कैपिटल को खरीदने के लिए इंसॉल्वेंसी रेसॉल्यूशन प्रोसेस के तहत एनसीएलटी ने हिंदुजा समूह की कंपनी इंडसइंड इंटरनेशनल होल्डिंग्स लिमिटेड को हरी झंडी दिखा दी थी. इंडसइंड इंटरनेशनल होल्डिंग्स ने रिलायंस कैपिटल के लिए 9650 करोड़ रुपये का रेसॉल्यूशन प्लान पेश किया था. 


37 साल पहले धीरूभाई अंबानी ने खड़ी की थी कंपनी


रिलायंस समूह के संस्थापक धीरूभाई अंबानी ने इस कंपनी को 37 साल पहले 5 मार्च 1986 को स्थापित किया था. रिलायंस कैपिटल लिमिटेड को 1986 में गुजरात के अहमदाबाद में रिलायंस कैपिटल एंड फाइनेंस ट्रस्ट लिमिटेड के रूप में शामिल किया गया था. 5 जनवरी 1995 को इसका नाम रिलायंस कैपिटल लागू हुआ.


अर्श से फर्श तक आने की कहानी


रिलायंस समूह के प्रमोटर अनिल अंबानी रिलायंस कैपिटल के चीफ हैं. भारतीय रिजर्व बैंक ( RBI) ने 29 नवंबर 2021 को पेमेंट डिफॉल्ट और गंभीर एडमिनिस्ट्रेटिव मुद्दों को देखते हुए रिलायंस कैपिटल के बोर्ड को भंग कर दिया था.


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