Vedanta Total Debt: वेदांता रिसोर्सेज लिमिटेड ने संकट से निपटने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है. कंपनी ने बुधवार को कहा कि उसने 10 मार्च को एंकम्ब्रंस जारी करके स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक को 10 करोड़ डॉलर का भुगतान किया है. वेदांता ने कर्ज पर रखे इन सभी शेयरों को छुड़ा लिया है. 


वेदांता रिसोर्सेज लिमिटेड ने पहले कहा था कि उसके पास आने वाली तिमाहियों में लोन रीपेमेंट देनदारियों को पूरा करने के लिए पर्याप्त साधन हैं क्योंकि वह अपनी वित्तीय स्थिति के बारे में निवेशकों की चिंताओं को दूर करना चाहता है और जल्द ही लोन की राशि का भुगता कर देगा. वेदांता रिसोर्सेज मुंबई में लिस्टेड खनन, तेल और गैस कंपनी वेदांता लिमिटेड का मेजोरिटी ओनर है.


कंपनी पर कर्ज का संकट 


कुछ दिन पहले ही वेदांता लिमिटेड पर कर्ज को लेकर सवाल उठने लगे थे. मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि कंपनी को 1 अरब डॉलर का कर्ज चुकाना है. वेदांता रिसोर्सेज की ओर से अपने बयान में कहा गया है कि 2023 तक चुकाए जाने वाले अपने सभी कर्ज का रीपेमेंट कर दिया गया है. ये पिछले 11 महीनों में 2 अरब डालर से कम हो गया है. 


तीन साल में 4 अरब डॉलर कर्ज चुकाने का टारगेट 


पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी ने कहा कि जून 2023 को समाप्त तिमाही के लिए अपनी तरलता आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए आश्वस्त है. कंपनी ने कहा कि तीन साल में 4 अरब डॉलर के कर्ज घटाने के टारगेट का आधा पहले ही पूरा कर लिया गया है.


चेयरमैन ने क्या का था 


फाइनेंशियल टाइम्स से बात करते हुए अनिल अग्रवाल ने कहा था कि हर कोई वेदांता को पैसे देना चाहता है. हालांकि उन्होंने किसी बैंक या फंड जिक्र नहीं किया और कहा कि वेदांता 8-10 फीसदी की ब्याज दर पर 01 बिलियन डॉलर के कर्ज के लिए जेपी मॉर्गन और अन्य बैंकों के साथ बातचीत कर रही है. 


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