Israel Iran Conflict: इजराइल और ईरान के बीच तनातनी बढ़ती ही जा रही है. दोनों देशों के बीच जंग के आसार बढ़ गए हैं. युद्ध के मंडराते खतरे के चलते एयर ट्रैफिक बुरी तरह प्रभावित हुआ है. कई एयरलाइन ने ईरान और इजराइल से दूरी बनाना शुरू कर दिया है. अगर जल्द ही कोई हल न निकला तो दुनिया की कई दिग्गज एयरलाइन्स पर इस विवाद का बुरा असर पड़ सकता है. एयर इंडिया (Air India) और कंतास एयरवेज (Qantas Airways) ने फैसला किया है कि वो फिलहाल ईरान के एयरस्पेस का इस्तेमाल नहीं करेंगी. इसके अलावा लुफ्थांसा एयरलाइन (Lufthansa Airline) ने भी तेहरान के लिए फ्लाइट्स बंद कर दी हैं. 


एयर इंडिया ने ईरान के एयर स्पेस से दूरी बनाई


फ्लाइट ट्रैकिंग डेटा के अनुसार, एयर इंडिया की लंदन जाने वाली फ्लाइट ने शनिवार को ईरान के एयर स्पेस दूरी बनाई और लंबा चक्कर काटकर अपनी मंजिल पर पहुंची. एनडीटीवी ने सूत्रों के हवाले से दाखिल एक रिपोर्ट में कहा कि एयर इंडिया की यूरोप जाने वाली फ्लाइट्स को लंबे रुट के चलते अब 45 मिनट ज्यादा उड़ान भरनी पड़ेगी. हालांकि, इजराइल-ईरान के बीच तनाव से मिडिल ईस्ट की फ्लाइट्स पर कोई असर नहीं पड़ेगा. एयर इंडिया ने गाजा युद्ध के चलते 5 महीनों तक तेल अवीव के लिए फ्लाइट नहीं उड़ाई थी. इसे हाल ही में शुरू किया गया था. 


लुफ्थांसा की फ्लाइट नहीं जाएगी तेहरान 


उधर, जर्मन एयरलाइन लुफ्थांसा ने 6 अप्रैल से तेहरान जाने और आने वाली फ्लाइट्स पर प्रतिबंध लगाया हुआ है. इसकी सब्सिडियरी ऑस्ट्रियन एयरलाइन्स (Austrian Airlines) ने भी स्पष्ट कर दिया है कि वह ईरान के एयर स्पेस का फिलहाल इस्तेमाल नहीं करेंगी. लुफ्थांसा एयरलाइन के प्रवक्ता ने कहा कि मिडिल ईस्ट में जारी संकटों के चलते यह फैसला लिया गया है. 


कंतास एयरवेज ने भी फ्लाइट की डायवर्ट


इसके अलावा कंतास एयरवेज ने भी मिडिल ईस्ट के एयर स्पेस का इस्तेमाल नहीं करने के लिए अपनी कई फ्लाइट्स को डायवर्ट किया है. इसकी पर्थ से लंदन जाने वाली फ्लाइट अब सिंगापुर होते हुए उड़ेगी. यह फ्लाइट अब अगले कुछ दिन तक सिंगापुर में फ्यूल स्टॉप लेगी. कंतास एयरवेज के प्रवक्ता ने कहा कि वह स्थिति पर नजर रखे हुए हैं.


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