Air India Express Crisis: टाटा समूह की एयरलाइन कंपनी एअर इंडिया एक्सप्रेस पिछले कुछ वक्त से मुसीबतों का सामना कर रही है. कंपनी और स्टाफ के बीच लंबे वक्त से चल रहे विवाद का असर उसके संचालन पर पड़ रहा है. अब इस मामले में नया मोड़ आया है और एअर इंडिया एक्सप्रेस के कर्मचारियों की यूनियन ने केंद्रीय श्रम आयुक्त को फिर से लेटर लिखा है. इस लेटर में यूनियन ने कहा है कि 10 मई 2024 को एयरलाइन के सभी कर्मचारी काम पर लौट चुके हैं, इसके बाद भी कंपनी कर्मचारियों के हड़ताल का बहाना करके फ्लाइट्स रद्द कर रही है. इसके साथ ही कई फ्लाइट्स का संचालन देरी से भी किया जा रहा है. ऐसे में यूनियन ने श्रम मंत्रालय से इस मामले में हस्तक्षेप करने का आग्रह किया है.


100 से अधिक क्रू मेंबर्स बैठे हैं बेकार


एअर इंडिया एक्सप्रेस के यूनियन ने अपने लेटर में कहा है कि क्रू मेंबर्स के मास सिक लीव लेने के कारण जहां केवल 75 फ्लाइट्स प्रभावित हुई थी, मगर पिछले 10 दिनों में कंपनी के सही प्रबंधन ने होने के कारण 450 उड़ानें रद्द हो चुकी हैं. एयरपोर्ट एंट्री पास की उपलब्धता न होने के कारण 100 से अधिक एअर इंडिया एक्सप्रेस के क्रू मेंबर्स बिना किसी ड्यूटी के बेकार बैठे. उनके फ्लाइंग घंटे कम होने पर उनकी सैलरी पर इसका प्रभाव पड़ेगा.


क्या है पूरा मामला?


एअर इंडिया एक्सप्रेस और उसके क्रू मेंबर्स के बीच लंबे वक्त से एयर इंडिया एक्सप्रेस, एआईएक्स कनेक्ट (पहले एयरएशिया इंडिया) के विलय को लेकर विवाद चल रहा है. एअर इंडिया एक्सप्रेस और AIX कनेक्ट के विलय की प्रक्रिया चल रही है. इसे लेकर एअर इंडिया एक्सप्रेस के क्रू मेंबर्स लंबे वक्त से नाराज चल रहे हैं. इस कारण चालक दल के सैकड़ों मेंबर एक साथ 7 मई 2024 को सिक लीव पर चले गए थे. इसके साथ ही कर्मचारियों ने अपने फोन को भी बंद कर लिया था. एयरलाइंस ने जब उनसे संपर्क करने की कोशिश की तो सभी ने अपने फोन बंद कर लिए. इस कारण एयरलाइंस के संचालन पर इसका असर पड़ा और कंपनी को 75 से अधिक फ्लाइट्स कैंसिल करना पड़ी थी.


एअर इंडिया एक्सप्रेस के यूनियन के सदस्यों का कहना है कि क्रू मेंबर्स का प्रदर्शन 9 मई को ही खत्म हो गया था, लेकिन एयरलाइंस अभी भी कर्मचारियों के हड़ताल का बहाना करके अभी भी कई फ्लाइट्स के संचालन में देरी और कई को रद्द कर रही है. 


ये भी पढ़ें-


Property News: गोदरेज का नोएडा प्रोजेक्ट, एक महीने में बिक गए 2 हजार करोड़ के फ्लैट