विमानन कंपनी एयर इंडिया (Air India) को टाटा समूह (Tata Group) के पास गए करीब एक साल हुए हैं और इस दौरान कंपनी में बदलाव दिखने लगे हैं. परिचालन में कई प्रकार के सुधार के बाद अब एयर इंडिया का स्केल बड़ा होने वाला है. कंपनी ने हाल ही में नए विमानों का एक रिकॉर्ड ऑर्डर (Air India New Aircraft Order) दिया है. इस ऑर्डर से न सिर्फ एयर इंडिया के बेड़े में विमानों की संख्या कई गुना बढ़ जाने वाली है, बल्कि देश का फ्लीट साइज (Air India Fleet Size) भी एक झटके में बड़ा हो जाने वाला है.


टॉप-10 में नहीं कोई भारतीय कंपनी


अभी विमानों की संख्या के हिसाब से एयर इंडिया काफी पीछे है. कंपनी के पास महज 113 विमान हैं और इस हिसाब से वह दुनिया भर में 57वें स्थान पर है. टॉप पर 935 विमानों के साथ अमेरिकन एयरलाइंस (American Airlines) है. बेड़े के साइज के आधार पर अभी टॉप-10 में एक भी भारतीय कंपनी नहीं है. फिलहाल भारतीय विमानन कंपनियों में सबसे ज्यादा 302 विमान इंडिगो (Indigo) के पास हैं और दुनिया भर में उसका स्थान 11वां है.


अब तक का सबसे बड़ा ऑर्डर


अगर नए ऑर्डर के हिसाब से बात करें तो एयर इंडिया टॉप पर है. कंपनी ने हाल ही में 470 विमानों का ऑर्डर दिया है, जो अब तक का सबसे बड़ा ऑर्डर है. इनमें से 250 विमानों का ऑर्डर एयरबस से किया गया है, जबकि 220 विमान बोइंग से ऑर्डर किए गए हैं. इससे पहले यह रिकॉर्ड अमेरिकन एयरलाइंस के नाम था. इस कंपनी ने साल 2011 में 460 विमानों का ऑर्डर किया था. सबसे बड़े ऑर्डर के मामले में एक अन्य भारतीय कंपनी इंडिगो चौथे स्थान पर है. इंडिगो ने 2019 में 300 विमानों का ऑर्डर किया था.


इस मामले में सिर्फ यूएस आगे


देशों के हिसाब से देखें तो नए ऑर्डर के मामले में भारत सिर्फ अमेरिका से पीछे है. जनवरी 2021 के बाद से अब तक भारतीय कंपनियों ने 542 विमानों का ऑर्डर किया है. 497 विमानों के ऑर्डर के साथ चीन तीसरे स्थान पर है. भारतीय कंपनियों में एयर इंडिया से पहले अकासा एयर (Akasa Air) ने नवंबर 2021 में 72 विमानों का ऑर्डर दिया था. इनमें से 17 विमानों की डिलीवरी अकासा एयर को मिल चुकी है.


इतनी बढ़ेगी भारत की रैंकिंग


मौजूदा फ्लीट साइज के हिसाब से देखें तो भारत अभी दुनिया भर में 7वें स्थान पर है, लेकिन विमानों की औसत उम्र भारत में सबसे कम है. अमेरिका अभी 9,423 विमानों के साथ पहले स्थान पर है और वहां विमानों की औसत उम्र 16.4 साल है. वहीं 4,245 विमानों के साथ चीन दूसरे स्थान पर है, जबकि चीन के विमानों की औसत उम्र 9.1 साल है. अमेरिका और चीन के अलावा सिर्फ कनाडा और रूस के पास ही बेड़े में 1-1 हजार से ज्यादा विमान हैं. भारतीय कंपनियों के बेड़े में अभी कुल 781 विमान हैं, जिनकी औसत उम्र 7.1 साल है. विमानों की संख्या के हिसाब से भारत अभी सातवें स्थान पर है. हालांकि 542 नए विमानों की डिलीवरी होने पर भारत बेड़े के आकार के मामले में सिर्फ अमेरिका और चीन से ही पीछे रह जाएगा.