Reliance - Jio Financial Demerger: देश के सबसे अमीर उद्योगपति मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज के लिए 20 जुलाई 2023 की तारीख बेहद खास है. स्टॉक एक्सचेंज पर स्पेशल ट्रेडिंग सत्र में रिलायंस इंडस्ट्रीज से अलग हुई कंपनी जियो फाइनेंशियल सर्विसेज के शेयर के वैल्यू को डिस्कवर किया गया. बाजार ने इस स्पेशल ट्रेडिंग सेशन में जियो फाइनेंशियल सर्विसेज का प्राइस वैल्यू 261 रुपये प्रति शेयर तय किया है. इसी के साथ मुकेश अंबानी की रिलायंस समूह की एक और कंपनी शेयर बाजार का हिस्सा बन गई. बाजार को अनुमान है कि स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टिंग इसके ऊपर के भाव पर होगी. ग्रे मार्केट में शेयर ट्रेड करने लगेगा. यानि निवेशकों के दोनों ही हाथों में लड्डू है. 


जियो फिन के औपचारिक लिस्टिंग का इंतजार 


अब बाजार को जियो फाइनेंशियल सर्विसेज के स्टॉक एक्सचेंज पर औपचारिक लिस्टिंग का इंतजार है. फिलहाल ये सभी इंडेक्सों में शामिल रहेगी जिसमें रिलायंस इंडस्ट्रीज शामिल है. जियो फाइनेंशियल सर्विसेज के स्टॉक एक्सचेंज पर औपचारिक लिस्टिंग पर से पर्दा रिलायंस इंडस्ट्रीज के एजीएम बैठक में उठने की उम्मीद है. और चेयरमैन मुकेश अंबानी एजीएम में लिस्टिंग की तारीख का खुलासा करेंगे. 


जियो फाइनेंशियल सर्विसेज हासिल करने के लिए निवेशकों में बेहद उत्साह देखा गया. इसके शेयर को हासिल करने के लिए निवेशकों ने जमकर रिलायंस के शेयर खरीदे. क्योंकि कंपनी ने ऐलान किया था कि निवेशक को हर एक रिलायंस के शेयर के एवज में जियो फाइनेंशियल का एक शेयर दिया जाएगा. जिन निवेशकों के पास 19 जुलाई तक रिलायंस इंडस्ट्रीज के जितने शेयर थे उतने ही उन्हें जियो फाइनेंशियल के शेयर डिमैट अकाउंट में क्रेडिट किए जायेंगे. 


रिलायंस इंडस्ट्रीज ने 2022-23 की दूसरी तिमाही के नतीजों के अक्टूबर महीने में ऐलान के दौरान जियो फाइनेंशियल सर्विसेज के डिमर्जर का फैसला लिया था. जबकि बाजार टेलीकॉम कंपनी रिलायंस जियो इंफोकॉम और रिटेल कंपनी रिलायंस रिटेल के आईपीओ या डिमर्जर के इंतजार में था. 


अब क्या रिलायंस रिटेल की है बारी!


7 जुलाई 2023 को रिलायंस रिटेल लिमिटेड (Reliance Retail Limited) ने कंपनी के इक्विटी शेयर कैपिटल को घटाने के फैसले का ऐलान किया था. कंपनी के प्रमोटर्स और होल्डिंग कंपनी रिलायंस रिटेल वेंचर्स को छोड़कर जिन शेयरधारकों के पास रिलायंस रिटेल के शेयर हैं उसे रद्द किया जाएगा. 4 जुलाई 2023 को कंपनी के बोर्ड की बैठक में प्रस्ताव को मंजूरी दी गई थी. 


AGM से पहले कयासों का बाजार गर्म


इस फैसले के बाद बाजार में अब कयास लगाया जा रहा है कि जियो फाइनेंशियल के डिमर्जर के बाद रिलायंस इंडस्ट्रीज इसी तर्ज पर क्या रिलायंस रिटेल का भी डिमर्जर होगा? रिलायंस इंडस्ट्रीज ( Reliance Industries) की एजीएम ( Annual General Meeting) होने वाली है और इस बात के कयास लगाये जा रहे हैं रिलायंस रिटेल के डिमर्जर का ऐलान किया जा सकता है. 


रिलायंस इंडस्ट्रीज के एजीएम बैठक से पहले हमेशा बड़े ऐलानों की उम्मीद की जाती है. और इस वर्ष भी रिलायंस इंडस्ट्रीज के एजीएम बैठक से बड़ी घोषणा की उम्मीद की जा रही है. अगस्त में रिलायंस इंडस्ट्रीज के एजीएम की बैठक हो सकती है. 2019 के एजीएम बैठक में कंपनी के चेयरमैन मुकेश अंबानी ( Mukesh Ambani) ने अगले पांच वर्षों में रिलायंस जियो और रिलायंस रिटेल की स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टिंग कराने की बात कही थी. लेकिन लिस्टिंग पहले जियो फाइनेंशियल सर्विसेज की हो रही है. यानि बाजार को मुकेश अंबानी ने सरप्राइज तोहफा दिया है. 


रिलायंस जियो की लिस्टिंग के कयास


लंबे समय से रिलायंस जियो की लिस्टिंग के भी कयास लगाये जा रहे हैं. 2016 में टेलीकॉम कारोबार को लॉन्च करने वाली रिलायंस जियो  ( Reliance Jio) महज सात सालों में भारती एयरटेल ( Bharti Airtel) और वोडाफोन आइडिया ( Vodafone Idea) को पछाड़ते हुए देश की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी बन गई. मुकेश अंबानी जियो में 33% हिस्सेदारी 13 निवेशकों को बेच चुके हैं. आपको बता दें ये हिस्सेदारी उन्होंने कोरोनाकाल के दौरान 2020 में बेची थी. रिलायंस जियो की 10% फीसदी फेसबुक को और 8% गूगल को बेची गई थी. इलके अलावा Intel Capital, Qualcomm Ventures और Silver Lake, Vista Equity Partners, General Atlantic और KKR जैसे टॉप इक्विटी फंड ने भी रिलांयस जियो में हिस्सेदारी खरीदा था. 


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