नई दिल्ली, मई 9: जैसे ही यूपीएससी 2024 के परिणाम इंटरनेट पर प्रेरणादायक कहानियों की बाढ़ ला रहे हैं, एक नाम जो लगातार चमक रहा है वह है आईएएस सोनल गोयल. 2007 में सिविल सेवा परीक्षा में बैठीं, उन्होंने ऑल इंडिया रैंक 13 हासिल की और 2008 बैच की आईएएस बनीं. वर्तमान में त्रिपुरा सरकार में सचिव के रूप में कार्यरत, वह न केवल अपनी उपलब्धियों के लिए जानी जाती हैं, बल्कि अपने पेशेवर कर्तव्यों और निजी जीवन के बीच संतुलन बनाए रखने के लिए भी प्रसिद्ध हैं, साथ ही वह अगली पीढ़ी के परिवर्तनकर्ताओं को मार्गदर्शन और प्रेरणा देना लगातार जारी रखती हैं.
स्थानीय स्तर पर प्रभाव डालने वाला प्रशासनपिछले 16 वर्षों में, गोयल ने हरियाणा के पितृसत्तात्मक क्षेत्रों से लेकर त्रिपुरा के ग्रामीण इलाकों तक विभिन्न क्षेत्रों में प्रमुख प्रशासनिक भूमिकाएँ निभाई हैं- प्रशासन, महिला और बाल कल्याण, और ग्रामीण विकास में पहलकदमियों का संचालन करते हुए. उनकी ज़मीनी स्तर की कार्यशैली ने उन्हें एक प्रतिबद्ध लोक सेवक के रूप में विश्वसनीयता दिलाई है, जो जमीनी प्रभाव उत्पन्न करती हैं.
विकसित भारत 2047 के लिए मेंटरिंगजो बात उन्हें सबसे अलग बनाती है वह है युवाओं को सशक्त बनाने के लिए उनकी प्रतिबद्धता, जिसे वे अपने ब्यूरोक्रेसी कर्तव्यों के साथ-साथ निभाती हैं. वह नियमित रूप से ऑनलाइन और ऑफलाइन मेंटरिंग सत्रों का आयोजन करती हैं, जिनमें यूपीएससी रणनीति, जीवन कौशल, नेतृत्व और भावनात्मक कल्याण को शामिल किया जाता है. अपनी यूपीएससी पुस्तक Nation Calling और विभिन्न संस्थानों में छात्रों के साथ लाइव इंटरैक्शन के माध्यम से, वह एक ऐसा मानसिक ढांचा तैयार करने पर ध्यान केंद्रित करती हैं जो विकसित भारत 2047 में सार्थक योगदान देने के लिए तैयार हो.
उनका पॉडकास्ट शिखर का सफर भी वास्तविक संघर्ष की कहानियों को उजागर करने का एक माध्यम है- हाल ही में सफल यूपीएससी उम्मीदवारों से लेकर खिलाड़ियों तक - जिसका उद्देश्य युवाओं को सीमाओं को तोड़ने और व्यक्तिगत व राष्ट्रीय लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रेरित करना है.
सार्वजनिक नेतृत्व और महिला सशक्तिकरण के लिए वैश्विक मान्यताहाल ही में, उन्हें अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2025 के अवसर पर बैंकॉक में आयोजित समारोह में एम्पावरमेंट एंड डेवलपमेंट वुमन अवॉर्ड से सम्मानित किया गया, जो यूनाइटेड पीसकीपसं फेडरल काउंसिल (UNPKFC) द्वारा आयोजित और यूनाइटेड नेशंस एसोसिएशन ऑफ कोचेला वैली (UNA-USA) द्वारा सह-आयोजित था. गोयल के प्रयासों को वैश्विक स्तर पर सराहा गया है. उन्हें सार्वजनिक नेतृत्व के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिली है और उन्हें लंदन के हाउस ऑफ लॉड्स में कॉर्पोरेट गवर्नेस और सस्टेनेबिलिटी पर बोलने के लिए आमंत्रित किया गया था. उन्होंने लंदन के प्रमुख विश्वविद्यालयों में छात्रों को युवा सशक्तिकरण पर संबोधित भी किया.
उद्देश्यपूर्ण डिजिटल प्रभाव2.5 मिलियन से अधिक सोशल मीडिया फॉलोअर्स के साथ, गोयल अपने डिजिटल प्लेटफॉर्म्स का उपयोग अपने व्यक्तिगत और पेशेवर अनुभवों को साझा करने के लिए करती हैं- जिससे युवा पीढ़ी को प्रेरणा और व्यावहारिक जीवन सलाह मिलती है.
सोनल गोयल की कहानी केवल व्यक्तिगत उपलब्धियों की नहीं है, बल्कि यह एक निरंतर और सुनियोजित प्रयास की कहानी है, जो भारत के भविष्य में निवेश करती है - इसके सबसे शक्तिशाली संसाधनः युवा वर्ग को पोषित करके.
(Disclaimer: एबीपी नेटवर्क प्राइवेट लिमिटेड और/या एबीपी लाइव किसी भी तरह से इस लेख की सामग्री और/या इसमें व्यक्त विचारों का समर्थन नहीं करता है. पाठक को विवेक की सलाह दी जाती है.)