YearEnder 2017: बिना सुपरस्टार के हिट हुईं ये फिल्में, कहानी के दम छुड़ाए बड़ी फिल्मों के छक्के
साल 2017 अब अपने आखिरी पड़ाव पर पहुंच गया है और फिल्मों के बाजार में ये साल बेहद खास रहा है. लेकिन इस साल जिन फिल्मों ने दर्शकों का दिल जीता उनमें बड़े स्टार्स की फिल्में कम हैं और कहानियों पर आधारित छोटे बजट की फिल्में ज्यादा हैं. इन फिल्मों की सफलता ने सबको हैरान तो किया ही साथ ही दर्शकों के बेइंतेहा प्यार देखकर खुद सितारे भी हैरान थे.
राजकुमार राव की ही फिल्म ''ट्रैप्ड'' हमारी आस पास के तेजी से बदलते एक ऐसे मसले को उठाता है, जो कहने को तो प्रोग्रेसिव है लेकिन कभी-कभी ये कितना घातक हो सकता है. फिल्म में मल्टीस्टोरी बिल्डिंग्स के बारे में दिखाया गया है, जहां राजुकमार 35वें माले पर फंस जाता है और उसकी आवाज सुनने वाला कोई नहीं है. ऐसे में उसके लिए सर्वाइवल और उस फ्लैट से बाहर निकलना कितना मुश्किल होता है.
बड़ौदा के छोटे से शहर की 'सीक्रेट सुपरस्टार' एक बड़ी हिट साबित हुई थी. कम बजट बनी यह फ़िल्म अपने बजट से चार गुना कमाई करने में कामयाब रही थी. परिवार विरोध के कारण बिना नाम बताए अपने सपनों को पूरा करने वाली उस लड़की की कहानी ने बखूबी दर्शकों को अपनी तरफ आकर्षित किया और परिणामस्वरूप फ़िल्म ने बॉक्स ऑफिस पर धूम मचा दिया. 15 करोड़ रुपये के बजट में बनी इस फ़िल्म ने बॉक्स ऑफिस पर कुल 60 करोड़ रुपये जमा किए.
फीचर फिल्मों ने दर्शकों का ध्यान आकर्षित किया, वहीं इस वर्ष बॉलीवुड ने 'सचिन: ए बिलियन ड्रीम्स' जैसी डॉक्यूमेंट्री को भी काफी पसंद किया. क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर के जीवन पर आधारित इस डॉक्यूमेंट्री को विश्वभर में दर्शकों ने खूब पसंद किया जिसके परिणामस्वरूप यह 80.57 करोड़ रुपये का बिज़नेस करने में सफल रही. नॉन-फिक्शन राजनीतिक थ्रिलर 'एन इंसिगनिफ़िकेन्ट मैन' को दर्शकों, आलोचकों और फिल्म बिरादरी आदि सभी से अविश्वसनीय प्रतिक्रिया हासिल हुई.
राजकुमार राव की फिल्म न्यूटन एक बेहद अलग लेकिन वाजिब मसले पर बनाई गई फिल्म है. फिल्म में देश के लोकतंत्र पर कैसे नींव मतदानों पर टिकी है और देश के कई दूर दराज और नकस्ली प्रभावित इलाकों में वोटिंग करवाना कितना मुश्किल है और सेना कैसे इसका मजाक उड़ाती है ये दिखाया गया है. हालांकि फिल्म में दोनों लोकतंत्र के दोनो ही चेहरे दिखाए गए हैं. एक वो जिसमें सत्ता के दम पर लोकतंत्र का गला घोटने की कोशिश होती है और दूसरा वो जिसमें सरकारी इलेक्शन कमीशन किस शिद्दत से अपना काम करती है.
वैसे तो भारत-पाक युद्ध के बारे में जब बात करते हैं तो हम 4 युद्ध ही याद आते हैं लेकिन एक ऐसी जंग भी है जिसके बारे में कम ही लोग जानते हैं. फिल्म ''गाजी अटैक'' उसी पांचवे युद्ध पर आधारित फिल्म है जो जमीन पर न लड़कर पानी के अंदर लड़ी गई थी. समुद्र के करीब तीन सौ मीटर नीचे जाकर भारतीय नौसेना कैसे पाकिस्तानी नेवी के अत्याधुनिक पनडुब्बी पीएनएस गाजी से कैसे जंग लड़ती है उस पर आधारित है. फिल्म में राणा दग्गुबाती, तापसी पन्नू, के के मेनन और ओम पुरी जैसे कई मंझे हुए कलाकारों ने काम किया है.