मशहूर भोजपुरी हीरोइन की मौत बनी रहस्य, खुदकुशी और कत्ल में उलझी गुत्थी
वैसे फ़िल्मी दुनिया में इससे पहले दिव्या भारती और प्रत्यूषा बनर्जी की मौत के रहस्य से भी अभी तक पर्दा नहीं उठ सका है. अंजली का शव आज रात इलाहाबाद पहुंचेगा और कल दिन में संगम के नजदीक दारागंज घाट पर उसका अन्तिम संस्कार होगा.
अंजली की मौत की खबर के बाद से इलाहाबाद में उसके परिवार में मातम मचा हुआ है. परिवार के साथ ही पड़ोसी और रिश्तेदार भी उसकी मौत से सदमे में हैं. किसी को भी यह यकीन नहीं हो रहा है कि अंजली जैसी बिंदास लड़की खुदकुशी कर सकती है.
पिछले कुछ दिनों में उसकी भोजपुरी फिल्म कच्चे धागे, दम होई जेकरा में उहे गाड़ी खूंटा, लहू के दो रंग, दीवानगी हद से, केहू त दिल में बा, अब होई बगावत, ठोक देब रिलीज हुई है.
पुलिस ने मकान मालिक के पास रखी डुप्लीकेट चाभी से दरवाजा खोला तो अंजली अपने कमरे में पंखे पर लटकती हुई पाई गई. परिवार वालों को कतई भरोसा नहीं हो रहा है कि अंजली ने खुदकुशी की है. इसलिए अब वह इस मामले में गहराई से जांच की मांग कर रहे हैं. उनका मानना है कि जांच के बाद ही असलियत से पर्दा उठ सकेगा. परिवार वालों का कहना है कि अगर उन्हें इंसाफ नहीं मिला तो वह अदालत का खटखटाने को मजबूर होंगे.
इसके बाद उसके दो नंबर बंद हो गए और एक पर घंटी बजती रही, लेकिन किसी ने उठाया नहीं. परिवार वाले रविवार को पूरे दिन फोन मिलाते रहे. सोमवार की सुबह भी जब फोन पर बात नहीं हुई तो परिवार वालों ने मुम्बई में रहने वाली अंजली की एक सहेली को फोन कर उसे फ़्लैट में जाकर हकीकत पता करने को कहा.
इसके अलावा हिंदी फिल्म 'धानी का डीजीकैम' और लाइफ ओके चैनल के सावधान इंडिया सीरियल में भी काम कर चुकी है. इन दिनों वह कई सीरियल्स और फिल्मों में काम कर रही थी और इसके अलावा स्टेज शोज भी करती थी. अंजली मुंबई के पाश इलाके अंधेरी में किराए के फ़्लैट में रहती थी.
एक्ट्रेस के परिवार का साफ़ कहना है कि अंजली बेहद हंसमुख और जिंदादिल स्वभाव की थी और वह हमेशा बिंदास जिंदगी जीने में यकीन रखती थी. ऐसे में वह कभी खुदकुशी नहीं कर सकती. कमरे से कोई सुसाइड नोट नहीं मिलने और दरवाजा बाहर से बंद होने से अंजली के परिवार वालों का शक और गहरा रहा है. अंजली का शव आज रात मुंबई से इलाहाबाद लाया जाएगा और इलाहाबाद में ही कल उनका अंतिम संस्कार होगा.
उन्हें शक है कि किसी ने अंजली को क़त्ल कर उसकी लाश को फंदे पर लटका दिया है. हालांकि परिवार वाले यह भी मानते है कि उसने किसी के खिलाफ कभी कोई बात नहीं बताई. ऐसे में अंजली की मौत को लेकर उनका शक और गहराता जा रहा है और बेटी के अंतिम संस्कार से पहले वह उसकी मौत का रहस्य जानना चाहते हैं. परिवार वालों का कहना है कि कोई सुसाइड नोट न होना और दरवाजे का बाहर से बंद होना उनके शक को और बढ़ा रहा है.
माँ सुधा और दोनों बड़ी बहनें उसकी सहेलियों की तरह थीं, उनसे वह कोई बात नहीं छिपाती थी. परिवार के लोगों की वह इतनी चहेती थी, कि लोग उसे अंजली के बजाय 'लवी' नाम से पुकारते थे. परिवार के लोगों से वह दिन में कई बार देर तक बात करती थी. डर-डरकर जीने और खुदकुशी करने वालों को वह कायर बताती थी और लोगों को हर सूरत में मुस्कुराते रहने देने की नसीहत देती थी. यही वजह है कि परिवार में किसी को भी यकीन नहीं हो रहा कि अंजली ने खुदकुशी कर ली.
करीब महीने भर इलाहाबाद में बिताने के बाद वह दो मई को ही मुम्बई वापस लौटी थी. अंजली का कोई भाई नहीं था और तीन बहनों में वह सबसे छोटी थी. उसकी अभी शादी नहीं हुई थी. शनिवार को शाम को उसने इलाहाबाद में माता पिता के साथ ही दिल्ली में रहने वाली बड़ी बहन से आख़िरी बार बात की थी.
गौरतलब है कि तीन बहनों में सबसे छोटी 29 साल की अंजली बीएससी की पढ़ाई करने के बाद हीरोइन बनने का सपना लेकर तीन साल पहले मुम्बई चली गई थी. यहां उसे थोड़े ही दिन में फ़िल्में मिलने लगीं और धीरे-धीरे उसने भोजपुरी इंडस्ट्री में अपनी अलग पहचान बना ली.
इलाहाबाद के एक साधारण से परिवार में रहने वाली 29 साल की अंजली ने कम उम्र में ही वह सब कुछ हासिल कर लिया था, जिसके वह सपने देखती थी. कम वक्त में ही उसे कई फ़िल्में मिल गई थीं. टीवी सीरियल्स में काम मिल गया था. उसके अपने शोज होने लगे थे. जो शोहरत और दौलत उसकी जैसी लड़कियों के लिए सपना होते हैं, उसे वह तीन साल के संघर्ष में ही पा चुकी थी. अंजली को जानने वालों के मुताबिक़ वह बेहद जिंदादिल थी और बिंदास जिंदगी जीती थी.
भोजपुरी फिल्मों की चर्चित एक्ट्रेस अंजली श्रीवास्तव की मौत अब पहेली बनती जा रही है. मुम्बई पुलिस ने जहां अंजली की मौत को खुदकुशी करार दिया है वहीं इलाहाबाद में रहने वाला अंजली का परिवार इसे क़त्ल मान रहा है और पुलिस से गहराई से तफ्तीश कर मौत के रहस्य से पर्दा उठाने की मांग कर रहा है. आगे पढ़ें क्या है पूरा मामला... (तस्वीरें- सोशल मीडिया)
पिता प्रेम प्रकाश, बड़ी बहन दिव्या और चचेरे भाई आलोक सब के सब का यही मानना है कि अंजली सब कर सकती थी, लेकिन किसी भी हाल में वह खुदकुशी जैसी कायराना हरकत नहीं कर सकती. इलाहाबाद के मीरापुर इलाके की शास्त्री नगर कालोनी में रहने वाला अंजली का परिवार बेटी की मौत को किसी की साजिश का शिकार मान रहा है.