पीएम मोदी की अपील पर आमिर ने भेजा वीर सैनिकों को संदेश
हाल ही में एक वीडियो के जरिए सैनिकों के लिए पीएम मोदी ने बहुत नए तरीके से दीवाली का संदेश दिया. मोदी ने देशवासियों से अपील की है कि वो अपनी दीवाली में सैनिकों को जरूर याद रखें. उन्हें दीवाली विश करें. आगे जानें, आमिर खान, सलमान खान और अक्षय कुमार ने वीर सैनिकों को संदेश भेजकर क्या-क्या कहा है?
पीएम मोदी के इस अपील पर अभिनेता आमिर खान ने अपने ट्विटर और फेसबुक अकाउंट से सेना के जवानों को विश किया है साथ ही पीएम की तारीफ भी की है. आमिर ने लिखा, 'यह पीएम मोदी की तरफ से उठाया गया शानदार कदम है. हमारे पीएम बिल्कुल सही हैं, 125 करोड़ लोगों का समर्थन हमारे देश के जवानों को खुशियों से भर देंगे. चलिए हम सब मिलकर वीर जवानों को संदेश भेजते हैं. ढ़ेर सारा प्यार.' आगे जानें, सलमान और अक्षय ने क्या संदेश भेजा है?
अक्षय ने आगे कहा, 'मेरे प्यारे फौजी भाइयों, यह दीवाली आप सब के नाम. मेरे और देश के सभी लोगों की तरफ से आप सबको दीवाली की ढ़ेर सारी शुभकामनाएं. आप हैं तो हम हैं, आप हैं तो हिंदुस्तान है. तो ये था मेरा संदेश देश के जवानों के लिए. आपलोग अपना खास संदेश www.mygov.in पर जवानों को भेजिए. जय हिंद.’
पीएम मोदी के इस अपील पर सुपरस्टार अक्षय कुमार ने अपने ट्विटर और फेसबुक अकाउंट से सेना के जवानों को विश किया है. अक्षय ने वीडियो के जरिए कहा, ‘त्योहार का मजा आता है अपनों के साथ और अपनों के साथ यह खुशी मनाने का यह सौभाग्य हमें दिलाते हैं आप सब. बिना जाने हमें अपनों सा प्यार करते हैं और हमें सुरक्षित रखते हैं.'
वहीं सुपरस्टार सलमान खान ने भी वीर सैनिकों को संदेश भेजा है. सोशल मीडिया के जरिए सलमान ने पीएम की अपील का विडियो शेयर करते हुए लिखा, ‘देश के सेना के जवानों और नवजवानों को मेरी तरफ से दीवाली की हार्दिक शुभकामनाएं और सभी को हैप्पी दीवाली #Sandesh2Soldiers.’
आपको बता दें कि असहिष्णुता पर बयान देने के बाद आमिर खान कई बीजेपी नेताओं के निशाने पर आ गए थे. असहिष्णुता पर अपने बयान के काफी दिनों के बाद आमिर ने अपनी चुप्पी तोड़ी है और पीएम की तारीफ की है. गौरतलब है कि आमिर खान ने पिछले साल दिल्ली में रामनाथ गोयनका अवॉर्ड्स में कहा था कि पत्नी किरन ने देश से बाहर जाने की इच्छा जताई क्योंकि उसे बच्चों के बारे में डर लग रहा है. देश में असुरक्षा का भाव है.
उन्होंने तब राजनीतिज्ञों पर निशाना साधते हुए कहा था, ‘‘..जो लोग हमारे चुने हुए प्रतिनिधि हैं, जिन लोगों को हमने राज्य या केंद्र में पांच वर्ष तक हमारी देखभाल करने के लिए चुना..जब लोग कानून अपने हाथों में लेते हैं, हम कड़ा रूख अपनाने, एक कड़ा बयान देने, कानूनी प्रक्रिया तेज करने के लिए उनकी ओर देखते हैं, जब हम देखते हैं कि कुछ हो रहा है हमारे भीतर एक सुरक्षा की भावना आती है लेकिन जब हम कुछ होते हुए नहीं देखते तब हमारे भीतर एक असुरक्षा की भावना आती है.’’
आमिर ने कहा था कि यह बेचैनी बढ़ने की भावना का संकेत है, चिंता के अलावा निराशा बढ़ रही है. आप महसूस करते हैं कि यह क्यों हो रहा है, आप कमजोर महसूस करते हैं. मेरे भीतर यही भावना है. किसी भी समाज के लिए सुरक्षा की भावना और न्याय की भावना होनी जरूरी है.
आमिर ने कहा था कि वह महसूस करते हैं कि पिछले छह से आठ महीने में असुरक्षा और भय की भावना बढ़ी है. उन्होंने कहा, ‘‘मैं जब घर पर किरण के साथ बात करता हूं, वह कहती हैं कि ‘क्या हमें भारत से बाहर चले जाना चाहिए?’ किरण का यह बयान देना एक दुखद एवं बड़ा बयान है. उन्हें अपने बच्चे की चिंता है. उन्हें भय है कि हमारे आसपास कैसा माहौल होगा. उन्हें प्रतिदिन समाचारपत्र खोलने में डर लगता है.’’
आमिर ने कहा था, ‘‘एक व्यक्ति के तौर पर, एक नागरिक के रूप में इस देश के हिस्से के तौर पर हम समाचार पत्रों में पढ़ते हैं कि क्या हो रहा है, हम इसे समाचारों में देखते हैं और निश्चित तौर पर मैं चिंतित हुआ हूं. मैं इससे इनकार नहीं कर सकता. मैं कई घटनाओं से चिंतित हुआ हूं.’’