प्लास्टिक के बोझ तले दबती सभ्यता: प्लास्टिक से मुक्ति की राह मिलेगी?

हमारी पृथ्वी अब तक ज्ञात ब्रह्मांड की सारी रचनाओं में सुन्दरतम कृति है. आज विज्ञान ने पृथ्वी पर मौजूद रचनाओं के साथ छेड़छाड़ कर एक समानांतर दुनिया बनानी शुरू की लेकिन न गंगा सरीखी नदी बना पाया

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