पहले टी-20 में 80 रन से हार के बाद ऐसी शानदार वापसी की उम्मीद किसी को नहीं थी. कीवियों को तो बिल्कुल ही नहीं. इसीलिए मैदान में उन्हें सात विकेट से बड़ी हार का सामना करना पड़ा. पहले मैच में भारत ने टॉस जीत कर पहले बल्लेबाजी का न्यौता कीवियों को दिया था. दूसरे मैच में न्यूज़ीलैंड ने टॉस जीता तो खुद ही पहले बल्लेबाजी का फैसला किया. लेकिन इस बार उन्हें पहले बल्लेबाजी करने का फैसला भारी पड़ा.


पहले मैच में कीवियों ने पहले 6 ओवर में 60 से ज्यादा रन ठोंक दिए थे. इस मैच में पहले 6 ओवर में न्यूज़ीलैंड का स्कोर था-3 विकेट पर 43 रन. जाहिर है पिछली बार सवा दो सौ रनों के करीब का लक्ष्य सामने रखने वाली न्यूज़ीलैंड की टीम 20 ओवर में 158 रन तक ही पहुंच सकी. जवाब में भारतीय टीम की धमाकेदार शुरूआत हुई. पहले 6 ओवर में बिना कोई विकेट खोए भारत ने 50 रन जोड़ लिए थे. स्कोरबोर्ड पर 79 के स्कोर पर रोहित शर्मा और फिर 88 पर शिखर धवन आउट जरूर हुए लेकिन इसके बाद भारतीय बल्लेबाजों ने पारी को संभाल लिया और आसान जीत दर्ज की. टीम इंडिया ने मैच में 7 गेंदों के बाकि रहते ही बाजी मार ली. अब तीसरे टी-20 में सीरीज के ‘विनर’ का फैसला होगा. पहले मैच में हार के बाद दूसरे मैच की जीत एक खास संदेश देती है.


बिना किसी बदलाव के जीता मुकाबला


मौजूदा टीम इंडिया की सबसे बड़ी ताकत है उसका आत्मविश्वास. खिलाड़ियों को गिर कर संभलना आता है. बतौर कप्तान पिछले मैच में रोहित शर्मा ने जो टीम चुनी थी वो एक बार फिर उसी टीम के साथ मैदान में उतरे. फर्क ये था कि इस बार टीम बिल्कुल अलग रंग में दिखाई दी. वही खिलाड़ी जो पिछले मैच में गलतियों पर गलतियां कर रहे थे वो आज चैंपियन की तरह खेले. इसके पीछे की बड़ी वजह ये थी कि पिछली हार के बाद टीम मैनेजमेंट ने ‘पैनिक’ बटन दबाने की बजाए खिलाड़ियों के रोल को लेकर फिर से चर्चा की. दरअसल, 2019 विश्व कप के मद्देनजर टीम इंडिया कुछ नए प्रयोग कर रही है. बल्लेबाजी क्रम को लेकर और तेज गेंदबाजों के कॉम्बिनेशन को लेकर कुछ विकल्पों पर विचार विमर्श चल रहा है. ऐसे में कुछ मैचों में टीम इंडिया के कॉम्बिनेशन को लेकर सवाल जरूर उठेंगे लेकिन दूसरे टी-20 मैच की जीत उन्हीं सवालों का जवाब है.


वनडे सीरीज में भी ऐसे ही किया था कमाल


टीम इंडिया ने वनडे सीरीज में भी ऐसे ही पलटवार किया था. चौथे मैच में भारतीय टीम सिर्फ 92 रन के स्कोर पर ऑल आउट हो गई थी. टीम इंडिया के मौजूदा लाइनअप को देखते हुए 92 रनों का स्कोर गले के नीचे नहीं उतरता, लेकिन ट्रेंट बोल्ट ने पांच विकेट झटककर टीम इंडिया के बल्लेबाजों को घुटने टेकने के लिए मजबूर कर दिया. ऐसा लगा कि अब न्यूज़ीलैंड की टीम भले ही वनडे सीरीज गंवा चुकी है लेकिन वो जबरदस्त वापसी करेगी. अगले ही वनडे मैच में टीम इंडिया ने फिर वापसी की. पांचवें वनडे में टीम इंडिया ने 35 रनों से जीत हासिल की थी. ठीक वैसी ही स्थिति टी-20 सीरीज में भी देखने को मिली. जब पहले टी-20 में बुरी तरह हारने के बाद टीम इंडिया ने शानदार जीत दर्ज की. खास बात ये भी है कि टीम इंडिया करीब तीन महीने से विदेश में है. ऑस्ट्रेलिया में टी-20 सीरीज ड्रॉ हुई. टेस्ट और वनडे सीरीज में भारत को जीत मिली. न्यूज़ीलैंड को वनडे सीरीज में भारत ने हराया. टी-20 सीरीज भी अब रोमांचक दौर में है. ये नतीजे बताते हैं कि मौजूदा टीम इंडिया को संकट से बाहर निकलना आ गया है.