बीसीसीआई ने बुद्धवार को 2017-18 सीजन के लिए बीसीसीआई के कॉन्ट्रैक्टेड प्लेयर की सूची जारी की. इस बार इस करार में एक नए ‘ग्रेड ए प्लस’ को शामिल किया गया है. ये फैसला सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में बनाई गई कमेटी सीओए यानी कमेटी ऑफ एडमिनिस्ट्रेटर्स का है. जिसे क्रिकेट के खेल में पारदर्शिता लाने के मकसद से बनाया गया था.


ग्रेड ए प्लस में पांच खिलाड़ियों को जगह दी गई है. इसमें कप्तान विराट कोहली, रोहित शर्मा, शिखर धवन, भुवनेश्वर कुमार और जसप्रीत बुमराह को शामिल किया गया है. इन सभी खिलाड़ियों को सालाना 7 करोड़ रुपये मिलेंगे. आपको याद ही होगा कि कुछ महीने पहले खिलाड़ियों को ज्यादा पैसे दिए जाने को लेकर विवाद भी हुआ था. जिसमें विराट कोहली भी शामिल थे. लिहाजा इस बार ये बदलाव किया गया. इससे पहले तक बीसीसीआई के सालाना करार में सबसे टॉप ग्रेड के खिलाड़ी को 2 करोड़ रुपये मिलते थे.

इस बदलाव से अलग जिस बात को लेकर चर्चा है वो है टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का ग्रेड. दरअसल धोनी को ए प्लस ग्रेड में नहीं रखा गया है. उन्हें ए ग्रेड में रखा गया है जिसका मतलब है कि उन्हें 5 करोड़ रूपए बतौर सालाना करार मिलेंगे. इस करार की मियाद अक्टूबर 2017 से सितंबर 2018 तक होगी.

धोनी को क्यों कम पैसे मिलेंगे:
यूं तो इस बात को लेकर सवाल उठने लगे हैं, माहौल भी गरमाने लगा है लेकिन सच ये है कि धोनी को ए प्लस ग्रेड में ना रखने के पीछे की वजह बड़ी तार्किक है. दरअसल धोनी टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं. वो अब टीम इंडिया के लिए सिर्फ वनडे और टी-20 मैच खेलते हैं. इसके अलावा वो आईपीएल में खेलते नजर आएंगे लेकिन उसका बोर्ड के सालाना करार से कोई लेना देना नहीं है.

आपको याद दिला दें कि धोनी ने दिसंबर 2014 में ऑस्ट्रेलिया में आखिरी टेस्ट मैच खेलने के बाद टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहा था. जिन खिलाड़ियों को ए प्लस ग्रेड में रखा गया है वो सभी टीम के लिए टेस्ट, वनडे और टी-20 तीनों फॉर्मेट में टीम का हिस्सा होते हैं. हाल के दिनों के रोहित, शिखर, भुवी और बुमराह ने तीनों फॉर्मेट में मैदान में पसीना बहाया है.

हां, अगर इन पांच खिलाड़ियों में से आने वाले वक्त में किसी खिलाड़ी को लेकर उंगली उठ सकती है तो वो हैं रोहित शर्मा. ऐसा इसलिए क्योंकि विराट कोहली ने पिछली दक्षिण अफ्रीका सीरीज में रोहित शर्मा को पहले दो टेस्ट मैचों में प्लेइंग 11 में शामिल किया था. रोहित शर्मा उस सीरीज में बुरी तरह फ्लॉप हुए थे. इसके बाद तीसरे टेस्ट मैच के लिए अजिंक्य रहाणे को टीम में शामिल किया गया. भारत ने तीसरा टेस्ट मैच जीता था. जिसके बाद ये संदेश बड़ा साफ था कि टेस्ट टीम में रहाणे के बदले रोहित शर्मा को जगह देना तार्किक नहीं है.

चूंकि इस साल भारतीय टीम लगातार विदेशों में ही खेलेगी, ऐसे में रोहित शर्मा को टेस्ट टीम में जगह मिल पाएगी, इसे लेकर संदेह है.

और क्या कहती है बोर्ड की करार लिस्ट:
बीसीसीआई ने करार वाले खिलाड़ियों से मोहम्मद शामी को बाहर रखा है. जिसकी वजह करार के ऐलान से ऐन पहले उनकी पत्नी के उन पर लगाए गए गंभीर आरोप हैं. इसके अलावा युवराज सिंह और हरभजन सिंह को करार के किसी भी ग्रेड में जगह नहीं मिली है. युवी पिछले साल तक इस लिस्ट का हिस्सा थे. ये दोनो ही खिलाड़ी लंबे समय से टीम इंडिया से बाहर हैं और वापसी की कोई उम्मीद भी नहीं दिख रही है.

सुरेश रैना बड़ी मुश्किल से अपनी जगह बचा पाए हैं. रैना को ग्रेड सी में रखा गया है. उन्हें सालाना 1 करोड़ का करार दिया गया है. दरअसल सुरेश रैना भी लंबे समय से टीम इंडिया से बाहर थे. पिछले दिनों घरेलू टूर्नामेंट में अच्छे प्रदर्शन के बाद उन्हें दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी-20 सीरीज के लिए टीम इंडिया में शामिल किया गया था, जहां उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया. जिसकी वजह से इस लिस्ट में जगह बचाने में वो कामयाब रहे.