टीम इंडिया को 6 मार्च से श्रीलंका में टी-20 ट्राएंगुलर सीरीज खेलनी है. भारत और श्रीलंका के अलावा इस टूर्नामेंट में बांग्लादेश की टीम भी हिस्सा होगी. हाल ही में टीम इंडिया ने मजबूत दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी-20 सीरीज जीती है.


श्रीलंका में होने वाली ट्राएंगुलर सीरीज के बाद इंडियन प्रीमियर लीग का लंबा सीजन शुरू होगा. ऐसे में कप्तान विराट कोहली और धोनी ने श्रीलंका सीरीज से आराम लिया है. उनके अलावा तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार, जसप्रीत बुमराह, हार्दिक पांड्या और स्पिनर कुलदीप यादव को भी इस दौरे से आराम दिया गया है.

टीम की कप्तानी का जिम्मा रोहित शर्मा को दिया गया है. शिखर धवन उप कप्तान होंगे. भारतीय टीम ने श्रीलंका को पिछले साल उसी के घर में जिस तरह से हराया था उसे याद करके ये कहा जा सकता है कि इन खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी के बाद भी भारतीय टीम वहां भारी पड़ेगी. रोहित शर्मा, शिखर धवन, दिनेश कार्तिक जैसे अनुभवी खिलाड़ी टीम का हिस्सा हैं ही. इसके अलावा एक और खिलाड़ी हैं जिसने लंबे समय के बाद टीम इंडिया में वापसी की है और अब टी-20 के जरिए वनडे टीम में वापसी का सपना देख रहा है. वो खिलाड़ी हैं कुछ दिनों पहले तक टीम के स्टार रहे- सुरेश रैना.

दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ की थी वापसी
सुरेश रैना लंबे समय से टीम इंडिया से बाहर थे. वनडे टीम में करीब दो साल और टी-20 में करीब एक साल से उन्हें वापसी का इंतजार था. कुछ फॉर्म की दिक्कत थी और कुछ फिटनेस की, लिहाजा टीम में उनकी जगह नहीं बन पा रही थी. आखिरकार कड़ी मेहनत के बाद हाल ही में घरेलू क्रिकेट में उनकी कुछ अच्छी पारियों ने उन्हें टी-20 टीम में वापसी दिलाई. सुरेश रैना दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी-20 सीरीज के लिए टीम में चुने गए. वहां उन्होंने पहले मैच में 15, दूसरे में 31 और तीसरे मैच में 43 रनों की पारी खेली. तीसरे निर्णायक मैच में उन्हें मैन ऑफ द मैच भी चुना गया.

सबसे बड़ी बात ये रही कि कप्तान विराट कोहली ने उन्हें नंबर 3 पर बल्लेबाजी करने का मौका दिया. विराट खुद इस बैटिंग ऑर्डर पर उतरते रहे हैं लेकिन उन्होंने रैना को एक तय लक्ष्य देकर इस ऑर्डर पर भेजा. लक्ष्य बिल्कुल साफ था कि पहले पावरप्ले का पूरा इस्तेमाल किया जाए. चूंकि पूरी सीरीज में रोहित शर्मा का बल्ला खामोश और वो तीनों टी-20 मैचों में 2 ओवर के पहले पहले पवेलियन लौट चुके थे. ऐसे में नंबर तीन पर बल्लेबाजी करने वाले खिलाड़ी की जिम्मेदारी और बढ़ जाती है. इस जिम्मेदारी को सुरेश रैना ने बखूबी निभाया.
उन्होंने शिखर धवन के साथ मिलकर पावरप्ले में अच्छे शॉट्स खेले. जिससे भारतीय टीम एक सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचने और मैच जीतने में कामयाब हुई.

अब वनडे में वापसी है रैना का सपना
सुरेश रैना दो साल पहले तक टीम इंडिया का नियमित हिस्सा थे. उनकी शानदार फील्डिंग और बल्लेबाजी उन्हें एक ‘परफेक्ट वनडे प्लेयर’ बनाती थी. उस पर से जरूरत पड़ने पर वो गेंदबाजी भी किया करते थे. दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ जिस सीरीज के बाद उन्हें ‘ड्रॉप’ किया गया था उसके तीन मैचों में वो दहाई का आंकड़ा नहीं छू पाए थे. बाद में उन्होंने एक हाफसेंचुरी लगाई थी लेकिन तब तक उन्हें ‘ड्रॉप’ करने का फैसला हो चुका था. अब टीम इंडिया को आईपीएल के बाद इंग्लैंड के दौरे पर जाना है. भारतीय वनडे टीम के मिडिल ऑर्डर पर एक खिलाड़ी की जरूरत साफ महसूस की जा रही है. नंबर चार पर खेलने वाले बल्लेबाज को लेकर भी खूब चर्चा हो रही है.

इसके अलावा विराट कोहली को एक ऐसे खिलाड़ी की भी जरूरत है जो मैच को फिनिश कर सके. एक वक्त था जब सुरेश रैना इसी रोल को निभाया करते थे. 223 वनडे मैचों का अनुभव ये बताता है कि वो वनडे क्रिकेट में फिट बैठने वाले खिलाड़ी हैं. अगले साल यानी 2019 में विश्व कप भी खेला जाना है. सभी टीमें उसकी तैयारियों में लगी हैं. इस लिहाज से भी सुरेश रैना उपयोगी खिलाड़ी साबित हो सकते हैं. श्रीलंका की टी-20 सीरीज इसीलिए सुरेश रैना के लिए अहम सीरीज साबित होगी.