आयरलैंड के खिलाफ 76 रनों से मिली बड़ी जीत खास है. टीम इंडिया के दोनों सलामी बल्लेबाजों का बल्ला चमका. रोहित शर्मा टी-20 में अपने तीसरे शतक से सिर्फ तीन रन से चूक गए. वरना आयरलैंड की जमीन पर ही अपने वनडे करियर की शुरूआत करने वाले रोहित शर्मा के लिए 11 साल बाद उसी जमीन पर एक शानदार शतक यादगार रहता. शिखर धवन पिछले कई महीनों से लगातार अच्छी बल्लेबाजी कर ही रहे हैं.


खैर, रोहित और शिखर के अलावा मैच के हीरो रहे कुलदीप यादव और यजुवेंद्र चहल. इन दोनों स्पिन गेंदबाजों ने शानदार गेंदबाजी की. कुलदीप यादव ने 4 और चहल ने 3 विकेट झटके. कुल मिलाकर 7 विकेट स्पिनर्स की झोली में आए. इन दोनों गेंदबाजों की घातक गेंदबाजी के आगे आयरलैंड की टीम 132 रनों तक ही पहुंच पाई. कुलदीप यादव को मैन ऑफ द मैच भी चुना गया. इन दोनों गेंदबाजों के इस शानदार प्रदर्शन से ही जुड़ा है टीम इंडिया का मिशन वर्ल्ड कप. इंग्लैंड की पिचों पर ही अगले साल वर्ल्ड कप का आयोजन किया जाना है. ऐसे में अगर ये दोनों गेंदबाज इसी तरह जोड़ी में कामयाबी बटोरते रहे तो निश्चित तौर पर विराट कोहली के लिए ट्रंपकार्ड बनेंगे. जिसका तोड़ फिलहाल विरोधी टीमों के बल्लेबाजों के पास नजर नहीं आ रहा है.

दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भी चमकी थी जोड़ी
कुलदीप यादव और यजुवेंद्र चहल की जोड़ी ने इसी दौरे में अच्छी शुरूआत नहीं की है. बल्कि टीम इंडिया ने हाल ही में जब दक्षिण अफ्रीका को उसके घर में बुरी तरह धोया था तब भी इन दोनों गेंदबाजों का रोल अहम था. कुलदीप यादव ने 6 मैच में 17 विकेट चटकाए थे. जबकि यजुवेंद्र चहल ने 6 मैच में 16 विकेट लिए थे. कुलदीप यादव की इकॉनमी 4.62 की थी जबकि चहल की 5.02 की.

इन दोनों गेंदबाजों ने मिलकर 6 मैच में 33 विकेट झटके थे. कुलदीप यादव को वनडे सीरीज में सबसे ज्यादा विकेट मिले थे. पूरी की पूरी वनडे और टी-20 सीरीज में अफ्रीकी बल्लेबाजों को इन दोनों गेंदबाजों की स्पिन का अंदाजा नहीं लग पाया था. लगातार वेरिएशन और रफ्तार के आगे साउथ अफ्रीका के बड़े बल्लेबाजों ने भी हथियार डाल दिए थे. भारत ने वनडे सीरीज में 5-1 से जीत दर्ज की थी.

इस जीत के दौरान, इससे पहले और बाद में विराट कोहली अक्सर ये कहते रहे हैं कि उन्हें इस जोड़ी से विकेट चाहिए. इस बात का आशय ये है कि अगर इनमें से कोई गेंदबाज किसी मैच में महंगा साबित भी हुआ तो कोई बात नहीं टीम को उससे विकेट चाहिए. आयरलैंड के खिलाफ बुधवार को खेले गए मैच में चहल ने 4 ओवर में 38 रन दिए. यानी प्रति ओवर करीब 10 रन लेकिन टीम को 3 विकेट भी निकाल कर दिए. विराट कोहली इन दोनों स्पिनर्स से यही रोल चाहते हैं.

इंग्लैंड कि पिचों पर असरदार रहेगी ये जोड़ी
इंग्लैंड में जिस सीजन में ये सीरीज खेली जा रही है उस मौसम में पिच सूखी हुई होती है. ड्राई विकेटों पर क्वालिटी स्पिनर्स को खेलना हमेशा ही मुश्किल होता है. क्वालिटी स्पिनर से आशय है कि जो गेंद को टर्न कराने के साथ साथ वेरिएशन और स्पीड के खेल में भी माहिर हो. इस बात को ऐसे उदाहरण से भी समझा जा सकता है कि हाल ही में इंग्लैंड ने वनडे सीरीज में ऑस्ट्रेलिया को 5-0 से हराया.

इन पांच मैचों की सीरीज में मोईन अली और आदिल रशीद ने 12-12 विकेट लिए. इन दोनों गेंदबाजों ने मिलकर कंगारुओं को क्रीज पर सहज होने ही नहीं दिया. इससे उलट ऑस्ट्रेलिया की टीम में ऐसा कोई स्पिनर नहीं था जो इंग्लैंड के बल्लेबाजों को परेशान करता. भारतीय टीम की स्थिति बिल्कुल अलग है. भारतीय टीम के पास दो दो रिस्ट स्पिनर हैं, जो इंग्लैंड के बल्लेबाजों का इम्तिहान लेंगे. 2019 का वर्ल्ड कप भी मई के महीने में ही शुरू होगा. यानी मौसम लगभग ऐसा ही होगा. जाहिर है 2019 के वर्ल्ड कप में यजुवेंद्र चहल और कुलदीप यादव की जोड़ी के हाथ में टीम इंडिया का भविष्य है.