केपटाउन, सेंचुरियन, जोहांसबर्ग, नॉटिंघम, साउथैम्पटन, ओवल, एडिलेड, पर्थ, मेलबर्न, सिडनी, नॉर्थ साउंड, किंग्सटन. बस अब और क्रिकेट मैदानों के नाम आपको नहीं गिनाएंगे. बल्कि आपको ये बताते हैं कि हम इन मैदानों के नाम आपको इसलिए गिना रहे हैं क्योंकि जसप्रीत बुमराह ने अपने टेस्ट करियर में इन्हीं मैदानों में मैच खेले हैं. करीब 2 साल के टेस्ट करियर में जसप्रीत बुमराह ने जो 12 टेस्ट मैच खेले हैं उसमें से कोई भी टेस्ट मैच उन्होंने भारत में नहीं खेला है. यानी ये पहला मौका था जब जसप्रीत बुमराह को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 2 अक्टूबर से शुरू हो रही टेस्ट सीरीज के लिए भारतीय मैदानों में उतरना था. इससे पहले ही मंगलवार को उनके चोटिल होने की खबर आई.


मंगलवार शाम को बीसीसीआई की तरफ से दी गई जानकारी में ये बताया गया कि जसप्रीत बुमराह की जगह दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में उमेश यादव को शामिल किया गया है. सही मायनों में देखा जाए तो भारतीय पिचों पर जसप्रीत बुमराह का ये पहला इम्तिहान होता. लेकिन इस इम्तिहान के शुरू होने से पहले ही उन्हें मैदान छोड़ना पड़ा. इम्तिहान उनकी गैरमौजूदगी में भी होगा लेकिन टीम इंडिया का और विराट कोहली का. दक्षिण अफ्रीका की टीम को जसप्रीत बुमराह के बिना टेस्ट मैच में हराना थोड़ा मुश्किल रहेगा. टी-20 सीरीज में दक्षिण अफ्रीका ने बराबरी करके ये दिखा दिया है कि वो इतनी आसानी से हार मानने वाली टीम नहीं है.

क्या है बुमराह के ना होने का मतलब?
दरअसल पिछले दो साल में जसप्रीत बुमराह ही भारतीय टीम की कामयाबी की कुंजी रहे हैं. उन्होंने बतौर बॉलिंग कैप्टेन टीम की जिम्मेदारी उठाई है. अब तक खेले गए 12 टेस्ट मैचों में एक भी टेस्ट मैच ऐसा नहीं है जब उन्होंने विकेट ना लिया हो. यही वजह है कि जसप्रीत बुमराह इस वक्त आईसीसी टेस्ट रैंकिग में तीसरी पायदान पर हैं. करियर के पहले टेस्ट के बाद जसप्रीत बुमराह आईसीसी की टेस्ट रेंकिंग में 85वें नंबर थे. दूसरे टेस्ट में वो 67वें रैंक पर पहुंच गए. तीसरे टेस्ट में बुमराह की रैंकिंग 42 तक पहुंच गई. 12वां टेस्ट खेलने के साथ ही बुमराह टेस्ट के टॉप 3 गेंदबाजों में शुमार हो गए.

इन 12 टेस्ट मैचों में जसप्रीत बुमराह ने 62 विकेट लिए हैं. 27 रन देकर 6 विकेट उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है. टेस्ट मैच में उनका इकॉनमी रेट 2.64 है. इन 12 मैचों में से 6 मैचों में भारत को जीत मिली. जिसमें जसप्रीत बुमराह का रोल अहम रहा. टेस्ट मैचों से अलग वनडे फॉर्मेट में जसप्रीत बुमराह दुनिया के नंबर एक गेंदबाज लंबे समय से हैं.

क्या है बुमराह की चोट की वजह?
जसप्रीत बुमराह को कमर के निचले हिस्से में तकलीफ है. उन्हें फ्रैक्चर हुआ है. स्पोर्ट्स इंजरी के जानकार बताते हैं कि ये चोट ज्यादातर ‘वर्कलोड’ की वजह से ही होती है. ऐसे में सवाल यही है कि क्या जसप्रीत बुमराह को तीनों फॉर्मेट में खिलाना टीम इंडिया को भारी पड़ रहा है. अगर टीम इंडिया उन्हें वर्ल्ड चैंपियन गेंदबाज की तरह देखती है तो क्या उन्हें सिर्फ लिमिटेड ओवर क्रिकेट में खिलाना होगा. इस बात को ध्यान में रखते हुए कि अगले साल ही टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया में टी-20 विश्व कप भी खेलना है. विश्व कप की मायूसी के बाद विराट कोहली की पूरी कोशिश है कि वो कम से कम एक फॉर्मेट में तो अपनी कप्तानी में टीम को विश्व चैंपियन बनाएं.

दरअसल, जसप्रीत बुमराह का गेंदबाजी ऐक्शन भी अलग है. वो छोटे रन अप से गेंदबाजी करते हैं. इन परिस्थितियों को ध्यान में रखकर ही बीसीसीआई को जसप्रीत बुमराह के भविष्य के बारे में सोचना होगा. दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ बुमराह की गैरमौजूदगी में ईशांत शर्मा, उमेश यादव और मोहम्मद शमी तेज गेंदबाजी की बागडोर संभालेंगे. ईशांत शर्मा भारत के सबसे अनुभवी गेंदबाज हैं. जसप्रीत बुमराह की गैरमौजूदगी में उन्हें ही तेज गेंदबाजों की अगुवाई करनी होगी. बशर्ते टीम मैनेजमेंट जरूरत से ज्यादा स्पिन ट्रैक पर खेलने की तैयारी ना कर ले.