ये बहस बहुत पुरानी है. भारत में तो आए दिन ये मुद्दा उठता रहा है. कई अनुभवी खिलाड़ियों तक को अपनी मर्जी के बिना खेल को छोड़ना पड़ा है. इसके पीछे का तर्क चुस्ती फुर्ती और फिटनेस को ही दिया जाता है.


याद कीजिए जब टी-20 का फॉर्मेट नया-नया आया था. यहां तक कि जब पहला टी-20 वर्ल्ड कप खेला गया तो सचिन तेंडुलकर जैसे खिलाड़ी ने कहा था कि ये नौजवान खिलाड़ियों का टूर्नामेंट है. इसमें उनके जैसे खिलाड़ियों की जरूरत नहीं है. इसीलिए वो टी-20 वर्ल्ड कप नहीं खेले.

कई नए खिलाड़ियों के साथ धोनी बतौर कप्तान मैदान में उतरे और उनकी कप्तानी में यंगिस्तान ने करिश्मा कर दिया. भारत टी-20 वर्ल्ड चैंपियन बन गया. आईपीएल में भी यही बात कही जाती थी. जिस टीम में नए नए खिलाड़ियों की अच्छी खेप है वो टीम मैदान में अलग ही दिखाई देती थी. शायद इसीलिए इस सीजन में जब चेन्नई की टीम के ज्यादातर खिलाड़ी 35 की उम्र के पार के दिखाई दिए तो ये सवाल भी उठा कि क्या ज्यादा उम्र के खिलाड़ी फैंस की उम्मीदों पर खरे उतरेंगे?

अब हैरत ये है कि क्रिस गेल और शेन वॉटसन जैसे खिलाड़ी इस सोच को गलत साबित कर रहे हैं. आईपीएल के इस सीजन में अब तक सिर्फ 2 शतक लगे हैं. इसमें से एक शतक क्रिस गेल ने लगाया है और दूसरा शेन वॉटसन ने.

क्रिस गेल और शेन वॉटसन का कारनामा  
आईपीएल के इस सीजन में पिछले दो दिन में दो शतक लगे. पहला शतक 19 तारीख को किंग्स इलेवन की तरफ से सनराइजर्स के खिलाफ क्रिस गेल ने लगाया. मोहाली स्टेडियम में लगे इस शतक में 11 छक्के और सिर्फ 1 चौका शामिल था. यानी क्रिस गेल ने गेंदबाजों से ज्यादातर छक्के लगाकर बात की. उनकी स्ट्राइक रेट 165 से ज्यादा की थी. गौर करिएगा कि क्रिस गेल की उम्र 38 साल 212 दिन है.

अगले ही दिन यानी 20 अप्रैल को चेन्नई सुपरकिंग्स की तरफ से शेन वॉटसन ने राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ बेहतरीन शतक ठोका. 106 रनों की अपनी पारी में शेन वॉटसन ने 9 चौके और 6 छक्के लगाए. पुणे के मैदान में खेली गई इस धुआधार पारी में शेन वॉटसन का का स्ट्राइक रेट 186 के करीब था. शेन वॉटसन की उम्र 36 साल 308 दिन यानी करीब 37 साल है. इस खतरनाक बल्लेबाजी के साथ साथ शेन वॉटसन तो तेज गेंदबाजी भी करते हैं.

इन दोनों ही खिलाड़ियों की पारी इस बात पर बहस शुरू करने के लिए काफी है कि क्या अनुभव हर चीज पर भारी पड़ता है.

गेल और वॉटसन की पारी में कूट कूट कर भरा था अनुभव
क्रिस गेल ने सनराइजर्स हैदराबाद की उस टीम के खिलाफ शतक ठोंका जिसकी गेंदबाजी की बहुत तारीफ हो रही है. राशिद खान और शाकिब अल हसन के तौर पर दो स्पिनर्स और भुवनेश्वर कुमार की तेज और सटीक गेंदबाजी की सराहना हर कोई कर रहा है. क्रिस गेल ने उसी टीम के खिलाफ तूफानी शतक लगाया. जिस स्पिनर राशिद खान को ‘मिस्ट्री’ स्पिनर माना जा रहा था क्रिस गेल ने उन्हें कई छक्के लगाए.

गेल ने ऑफ साइड में 37 रन बनाए जबकि ऑन साइड में उन्होंने 67 रन बनाए. उनकी पारी का सबसे बेहतरीन शॉट रहा ऑन ड्राइव. अपने शतक में उन्होंने 20 रन ऑनड्राइव पर बटोरे. इसी शॉट की बदौलत उन्होंने 3 छक्के लगाए.

शेन वॉटसन ने स्टुअर्ट बिन्नी, जयदेव उनादकट और बेन स्टोक्स जैसे गेंदबाजों के खिलाफ अपनी पारी खेली. उन्होंने ऑफ साइट में 43 रनाए और ऑन साइड में 63 रन ठोक दिए. उन्होंने अपनी पारी में सबसे ज्यादा रन पुल शॉट खेलकर बटोरे. उन्होंने मैच में 1 चौका और 2 छक्के पुल शॉट पर ही लगाए. पुल शॉट खेलने के लिए कितनी पैनी नजर चाहिए और ‘रिएक्शन’ टाइम कितना खूबसूरत होना चाहिए कि आप अनुभव के मुरीद हो जाएंगे.

इन दो शतकों के अलावा 90 से ज्यादा का स्कोर बनाने वाले खिलाड़ियों में रोहित शर्मा, विराट कोहली और संजू सैमसन जैसे खिलाड़ी भी हैं. फर्क बस ये है कि जो काम ये खिलाड़ी नहीं कर पाए वो आईपीएल के दो बुजुर्ग खिलाड़ियों ने कर दिखाया है.