Petrol Quantity: कभी-कभी पेट्रोल डलवाने के बाद जब आप काफी दूर निकलने के बाद भी, फ्यूल मीटर की सुई को वहीं पाते हैं जहां थी. तब समझ जाते होंगे की चूना लग गया. ऐसा तमाम लोगों के साथ आये दिन होता है. बहुत कम ही लोग इसके खिलाफ एक्शन ले पाते हैं. कोई भी इस तरह के झमेले में नहीं पड़ना चाहता. लेकिन आप थोड़ी सी सावधानी बरतें तो इस तरह के नुकसान से बचा जा सकता है.


शॉर्ट-सेलिंग क्या है ?


शॉर्ट-सेलिंग से मतलब पेट्रोल पंप पर दी जाने वाली कम पेट्रोल से है. अक्सर ऐसे मामले दर्ज कराये जाते हैं, लेकिन तमाम मामले दर्ज ही नहीं हो पाते. इससे बचने का एक ही रास्ता है कि आप पेट्रोल भरवाते समय पेट्रोल डालने वाली मशीन पर नजर रखें और मीटर शुरू होने से पहले 0 है या नहीं देख लें. अगर कार में पेट्रोल डलवा रहे हैं तो कार से बहार निकलकर मीटर और नौजल दोनों पर नजर रखें.


पांच लीटर टेस्ट


अगर आपने अपने वाहन में फ्यूल (पेट्रोल-डीजल) डलवाया और आपको ऐसा लगता है आपके साथ धोखा हुआ है. या काफी देर तक देखने के बाद भी आपके वाहन का फ्यूल मीटर पेट्रोल नहीं दिखाता. तो आप पेट्रोल पंप पर मौजूद सरकार द्वारा प्रमाणित पांच लीटर के पैमाने से पेट्रोल की माप करने के लिए बोल सकते हैं. अगर पेट्रोल पंप पर ऐसा न करने पर या पैमाने में धोखधड़ी नजर आने पर आप पेट्रोल पंप के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करा सकते हैं.


नौजल पर रखें नजर


पेट्रोल पंप के मीटर से जुडी हुई वो मशीन जिससे आपके वाहन में पेट्रोल डाली जताई है, उसे नौजल कहा जाता है. जब भी आप पेट्रोल डलवाने जाएं तो इस बात का ध्यान रखें की पेट्रोल डालने वाले कर्मचारी ने नौजल को फुल स्पीड में किया है या नहीं. अगर नहीं तो नौजल को फुल पर करने को कहें ताकि पेट्रोल सही मात्रा में डल सके.


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