Luxury Cars Sales in India: भारत में गाड़ियों को खरीदने वाले ग्राहक न केवल लग्जरी कारों को खरीदने में काफी ज्यादा दिलचस्पी दिखा रहे हैं, बल्कि इसके लिए वे एवरेज से भी ज्यादा कीमत चुका रहे हैं.


पांच साल में सबसे ज्यादा महंगी हुई गाड़ियां


ग्लोबल मार्केट रिसर्च फर्म जाटो डाइनेमिक्स के मुताबिक, भारत में लग्जरी गाड़ियों की कीमत पांच साल में अपने सबसे ऊंचे स्तर पर है. जिसकी वजह रुपये के मूल्य में गिरावट के साथ साथ माल ढुलाई और इनपुट कॉस्ट में में हुई बढ़ोत्तरी है.


लग्जरी गाड़ियां जैसे मर्सिडीज-बेंज, बीएमडब्ल्यू, ऑडी, वॉल्वो, जगुआर, लैंड रोवर और मिनी जैसी कंपनियों का औसत मूल्य में 38 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी के साथ पहले चार महीनों में ही APR 80 लाख हो गया. जोकि 2018 में 58 लाख था. लग्जरी कार खरीदने वाले ज्यादातर ग्राहक टॉप एंड वेरिएंट खरीदने में ज्यादा दिलचस्पी दिखा रहे हैं.


ऑडी इंडिया ऐसी पहली कंपनी है, जिसके साल के शुरुआती 4 महीनों में ही एवरेज रिटेल प्राइस में गिरावट देखने को मिली है, जो इसी सामान अवधि में पिछली साल 65 लाख रुपये था. जबकि कुछ कमी के साथ इस साल 63 लाख रुपये रहा.


हालांकि इंडस्ट्री के औसत रिटेल प्राइस में 2018 में बाइक सबसे ज्यादा 40,340 यूनिट्स के मुकाबले साल 2022 में 35,588 और 2021 में 27,020 यूनिट्स का रहा. जबकि दिग्गज लग्जरी कार निर्माता कंपनियां मर्सिडीज और बीएमडब्ल्यू ने 2022 में आकंड़े को पार कर लिया. बाकी का मामला अभी भी ठंडा है.


भारतीय ऑटो बाजार में पैसेंजर व्हीकल सेगमेंट में फिलहाल एंट्री लेवल गाड़ियों के मुकाबले सेडान और महंगी एसयूवी बेहतर नतीजे दे रही रहीं हैं.


लैंड रोवर ने मारी बाजी


सभी ऑटोमोबाइल कंपनियों के बीच लैंड रोवर गाड़ियों का APR शानदार रहा. जोकि साल के पहले चार महीनों में ही 1.36 करोड़ रुपये है. जबकि 2018 में 85.69 लाख रुपये था. जिसका श्रेय कंपनी की रेंज रोवर और रेंज रोवर स्पोर्ट स्पोर्ट मॉडल को जाता है. कंपनी ने कम गाड़ियों की बिक्री के बावजूद एवरेज रिटेल प्राइस में वृद्धि दर्ज की. कंपनी ने 2021 में 1,954 यूनिट्स की बिक्री की थी. जबकि 2022 में 1,523 यूनिट्स ही बेचे थे.


यह भी पढ़ें- Discounts on Renault Cars: रेनॉ अपनी इन गाड़ियों पर दे रही है तगड़ा डिस्काउंट, मौका अच्छा है


Car loan Information:

Calculate Car Loan EMI