Vastu for Shoe Rack Placement: वास्तु शास्त्र के अनुसार हर चीज का एक निर्धारित स्थान तय है. यदि इस बात का ध्यान न रखा जाए तो घर का वातावरण प्रभावित होता है. जानकारी के अभाव में हम समझ ही नहीं पाते हैं कि आखिर समस्या कहां से आ रही है. इसलिए इन बातों को ध्यान में रखना बहुत ही जरूरी है.


शू रैक कहां होनी चाहिए?
घर में शू रैक कभी भी मुख्य दरवाजे के पास नहीं होनी चाहिए. इससे नकारात्मक ऊर्जा में वृद्धि होती है. इतना ही नहीं इससे धन की हानि भी होती है. धन संबंधी परेशनी घर में बनी ही रहती है. धन का व्यय होता है. यानि चाहकर भी धन की बचत नहीं होती है. वास्तु शास्त्र के अनुसार शू रैक घर में ऐसे स्थान पर होनी चाहिए जहां पर आने जाने वालों की नजर न पड़े.


शू रैक किस दिशा में होनी चाहिए?
शू रैक की दिशा के बारे में वास्तुशास्त्र में बताया गया है. इसके अनुसार आप भी घर में शू रैक का उचित स्थान निर्धारित कर सकते हैं. वास्तु शास्त्र के मुताबिक दक्षिण, दक्षिण-पश्चिम, उत्तर-पश्चिम या फिर पश्चिम दिशा जूता-चप्पलों के लिए अच्छी मानी गई है.


शू रैक को ढक कर रखें
शू रैक को हमेशा कवर से ढक कर रखें. शू रैक खुली होने से भी गलत परिणाम सामने आते हैं. इसलिए इसे ढक कर रखने की सलाह दी जाती है.


जॉब या इंटरव्यू के लिए जा रहे हैं तो इस बात का रखें ध्यान
जॉब या इंटरव्यू के लिए बाहर जा रहे हैं तो कोशिश करें कि जूता नया हो. फटा जूता पहन कर जाने से गलत प्रभाव पड़ता है. इसके साथ ही ऑफिस में काले रंग के जूते पहने की भी जानकार सलाह देते हैं. ऐसा माना जाता है कि भूरे रंग के जूते पहनने से कार्यों को पूर्ण करने में बाधाओं का सामना करना पड़ता है. इसके साथ ही स्वयं के जूतों और चप्पलों को इधर-उधर नहीं फेंकना चाहिए, ऐसा करने छिप हुए शत्रु हावी होने की कोशिश करते हैं.


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