वास्तु शास्त्र में दिशाओं का बहुत महत्व है. प्रत्येक दिशा का कोई न कोई एक देवता होता है. घर की प्रत्येक दिशा का प्रभाव हमारे जीवन पर पड़ता है. यदि किसी दिशा में वास्तु दोष है तो इससे नकारात्मक ऊर्जा पैदा होती है. पश्चिम दिशा के देवता वरुण देव हैं. यह दिशा सूर्यास्त की दिशा है, और डूबते सूर्य को देखना सही नहीं माना जाता है. यही कारण है कि पश्चिम दिशा की तरफ मुहं करके बैठने और कोई भी कार्य करना शुभ नहीं माना जाता है. पश्चिम दिशा में दोष होने से आपको नौकरी, व्यापार, धन, सेहत संबंधी कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इन उपायों से दूर होगा दोष
  • पश्चिम दिशा पर शनि का प्रभाव माना जाता है. शनि के प्रभाव से बचने के लिए घर के मुखिया को शनिवार के दिन व्रत करना चाहिए.
  • पश्चिमी दिशा में सीढ़ियां, बगीचा आदि बनाए जा सकते हैं. इस दिशा में अशोक के वृक्ष लगाने भी शुभ माने गए हैं.
  • इस दिशा में घर का दरवाजा नहीं होना चाहिए. इससे भी वास्तु दोष पैदा होता है. घर में पैसों से संबंधति परेशानियां हो सकती हैं.
  • जरुरतमंद लोगों को चने का दान करने से भी पश्चिम दिशा का दोष मिटता है.
यह भी पढ़ें: कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से मिले उत्तराखंड से आए किसान, नए कृषि कानूनों पर जताई संतुष्टि