Mars Transit In Sagittarius 2025: आज 7 दिसंबर 2025 रविवार को मंगल का गोचर धनु में होगा, जोकि गुरु की राशि मानी जाती है. मंगल ग्रह को भूमि, क्रोध, पराक्रम, ऊर्जा, शक्ति, शौर्य आदि का कारक माना जाता है. वहीं धनु भी अग्नि तत्व की राशि है, जोकि उत्साही, आशावादी, साहसी बनाता है. ऐसे में धनु राशि में मंगल के आने से जाहिर तौर पर कुछ राशियों के स्वभाव में परिवर्तन होगा. यह स्वभाव उग्र या अक्रामक भी हो सकता है.
मंगल गोचर का समय
ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास के अनुसार, मंगल आज 7 दिसंबर 2025 को रात 08 बजकर 15 मिनट पर वृश्चिक राशि से निकलकर गुरु की राशि धनु में आ जाएंगे और 16 जनवरी 2026 तक इसी राशि में रहेंगे. इसके बाद मकर में चले जाएंगे.
धनु राशि में मंगल के होने का प्रभाव
जब मंगल गुरु की राशि धनु में होते हैं तो लोगों में आत्मविश्वास और निर्भीकता बढ़ने की संभावना गोती है. लोगों में खुलकर अपनी राय रखने की प्रवृत्ति तेज हो जाती है. सही-गलत को लेकर प्रतिक्रियाएं त्वरित होती हैं. आदर्शों और सिद्धांतों के लिए संघर्ष का भाव बढ़ जाता है. हालांकि जल्दी गुस्सा आना, बहस में उलझना और जरूरत से ज्यादा आत्मविश्वास भी देखने को मिल सकता है. इसलिए यह गोचर जहां ऊर्जा देता है, वहीं संयम की भी परीक्षा लेता है. संभवत: धनु राशि में मंगल गोचर असर हर राशि के स्वभाव, निर्णय लेने के तरीके और प्रतिक्रिया शैली पर भी दिखेगा.
मंगल गोचर से किन राशियों का बिहेवियर हो सकता है फायर
मेष- मंगल आपकी राशि का स्वामी हैं. आज मंगल का यह गोचर आपकी राशि से नौवें स्थान पर होगा, जिससे स्वभाव में नेतृत्व और निर्णायकता बढ़ेगी. आप सीधे फैसले लेंगे. लेकिन ध्यान रखें कि उतावलापन नुकसान दे सकता है.
वृषभ- मंगल आपकी राशि के आठवें स्थान पर गोचर कर आंतरिक साहस मजबूत करेगा. गुप्त विचार और रणनीतियां बनेंगी. लेकिन जिद और वाणी की कठोरता रिश्तों में तनाव पैदा कर सकती है.
मिथुन- मंगल सातवें भाव में गोचर करने से संवाद में तेजी और तर्क शक्ति बढ़ेगी. बहस जीतने की चाह रहेगी, लेकिन कटु शब्दों से बचना जरूरी है.
कर्क- मंगल आपकी राशि से छठे भाव में गोचर करेंगे, जिससे भावनात्मक प्रतिक्रियाएं तेज होंगी. स्वभाव में रक्षणशीलता बढ़ेगी. लेकिन छोटी बात पर आहत होना संभव है.
सिंह- मंगल का गोचर आपकी राशि से पांचवे भाव में होगा, जिससे जोश, आत्मसम्मान और प्रभावशाली व्यक्तित्व उभरेगा. नेतृत्व क्षमता बढ़ेगी. लेकिन अहंकार टकराव का कारण बन सकता है.
कन्या- मंगल चौथे भाव में गोचर करेंगे. इस दौरान काम को लेकर गंभीरता और एक्शन बढ़ेगा. स्वभाव थोड़ा चिड़चिड़ा हो सकता है, खासकर जब चीजें मनचाही न हों.
तुला- आपकी राशि से तीसरे भाव में मंगल के गोचर से न्याय और संतुलन की भावना प्रबल होगी. आप स्पष्ट बोलेंगे. लेकिन रिश्तों में तकरार की संभावना भी रहेगी.
वृश्चिक- दूसरे भाव में गोचर कर मंगल का प्रभाव आपके स्वभाव को और तीखा बनाएगा. साहस और आत्मबल बढ़ेगा. इस बीच आक्रामक प्रतिक्रिया से बचाव जरूरी है.
धनु- मंगल का यह गोचर आपकी ही राशि यानी लग्न भाव में होने से आत्मविश्वास चरम पर रहेगा. साहस, जोखिम लेने की प्रवृत्ति और नेतृत्व बढ़ेगा. लेकिन ध्यान रखें जल्दबाजी से नुकसान हो सकता है.
मकर- आपकी राशि से बारहवें स्थान पर गोचर करने से मंगल की भूमिका से आपमें रणनीतिक सोच मजबूत होगी. आप शांत तो दिखेंगे लेकिन अंदर गहरी महत्वाकांक्षा और प्रतिस्पर्धा की भावना रहेगी.
कुंभ- कुंभ राशि से मंगल का गोचर ग्यारहवें भाव में होने जा रहा है. इस समय विचारों में क्रांतिकारी परिवर्तन आएगा. सामाजिक और वैचारिक मुद्दों पर मुखरता बढ़ेगी, जिससे कि मतभेद संभव हैं.
मीन- मंगल आपकी राशि से दसवें भाव में गोचर करेंगे. इस समय भावनाओं के साथ साहस भी जुड़ेगा. आध्यात्मिक रुझान बढ़ेगा. बस इस बात का ध्यान रखें कि, भावुक फैसला नुकसान दे सकता है.
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