Transit of Jupiter in Cancer: ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों की वर्तमान चाल या राशि परिवर्तन को गोचर कहते हैं, जिसमें ग्रह एक-एक करके राशिचक्र में घूमते हैं.
ग्रहों के इस गमन का व्यक्ति के जीवन पर विशेष प्रभाव पड़ता है, क्योंकि यह किसी के जन्म के समय ग्रहों की स्थिति (जन्म कुंडली) से अलग होता है.
गुरु का कर्क राशि में गोचर
सूर्य, चंद्रमा, मंगल, बुध, बृहस्पति, शुक्र, शनि, राहु और केतु जैसे नौ ग्रहों का गोचर अलग-अलग अवधि में होता है. जैसे चंद्रमा सबसे तेज चलता है और उसका गोचर सबसे कम समय का होता है, जबकि शनि सबसे धीमा चलता है और उसका गोचर सबसे लंबा होता है.
19 अक्तूबर 2025 को बृहस्पति का कर्क राशि में गोचर है. तो आइए जानें कर्क राशि में गोचर से किन राशि वालों के जीवन में आ सकती है कठिनाई...
बृहस्पति का कर्क राशि में गोचर
19 अक्टूबर 2025 को जब बृहस्पति (गुरु) कर्क राशि में प्रवेश करेगा, तो सिंह, कुंभ और वृषभ राशि वालों को नुकसान हो सकता है, जबकि मेष और धनु राशि वालों के लिए यह गोचर अशुभ रहने की संभावना है.
बृहस्पति की यह स्थिति कर्क राशि के लिए उसकी उच्च राशि होने के बावजूद कुछ चुनौतियों का संकेत दे सकती है, क्योंकि वह पहले से ही मिथुन राशि से आकर कर्क राशि में प्रवेश कर रहा है, जो कि उसकी सामान्य स्थिति से एक विशिष्ट और प्रभावी बदलाव है.
बृहस्पति गोचर के नकारात्मक प्रभाव
सिंह राशिसिंह राशि वालों को बृहस्पति के कर्क राशि में गोचर से आपको आलस महसूस हो सकता है, जिससे आपके काम में देरी हो सकती है और महत्वपूर्ण कार्य रुक सकते हैं. इस दौरान मानसिक शांति भंग हो सकती है और उदासी का अनुभव हो सकता है.
घर का माहौल तनावपूर्ण हो सकता है और ऑफिस में विवाद होने की संभावना है. आर्थिक निर्णय सोच-समझकर लें, क्योंकि जल्दबाजी में किए गए फैसले नुकसानदायक हो सकते हैं. अपनी निजी और गुप्त बातों को दूसरों से साझा करने से बचना चाहिए, अन्यथा ये आपके लिए हानिकारक हो सकती हैं.
कुंभ राशिकुंभ राशि के लिए बृहस्पति का कर्क राशि में गोचर षष्ठम भाव में होगा, जिससे कार्यक्षेत्र में तनाव, शत्रुओं से परेशानी और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है, खासकर मानसिक तनाव व पाचन से जुड़ी दिक्कतें हो सकती हैं.
कार्यक्षेत्र में काम का बोझ बढ़ेगा और सफलता के लिए अधिक मेहनत करनी होगी. आर्थिक रूप से उधार लेने-देने से बचना चाहिए, वरना उलझनें बढ़ सकती हैं.
वृषभ राशिवृषभ राशि वालों के लिए कर्क राशि में बृहस्पति का गोचर खर्चों में वृद्धि, आर्थिक तंगी, स्वास्थ्य संबंधी नाजुकता और संबंधों में तनाव ला सकता है. यह गोचर वृषभ राशि के कुंडली के तीसरे भाव को प्रभावित करेगा, जो भाई-बहनों से जुड़े मुद्दों और यात्राओं को भी प्रभावित कर सकता है.
हालांकि, इस गोचर का लाभ शिक्षा, न्याय और समाज सेवा जैसे क्षेत्रों में हो सकता है और जमीन-जायदाद में निवेश से लाभ मिल सकता है, फिर भी सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है.
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