Guru Gochar 2025: ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक सभी ग्रहों की तरह देवताओं के गुरु कहे जाने वाले बृहस्पति भी एक निश्चित समय अवधि के बाद राशि परिवर्तन करते हैं. ज्योतिष में गुरु को सुख-समृद्धि, मान-सम्मान, ज्ञान और धन आदि का कारक ग्रह माना गया है.
अतिचारी गुरु करेंगे तीन बार गोचर
ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास के अनुसार फिलहाल गुरु वृषभ राशि में विराजमान हैं और मई तक इसी राशि में उपस्थित रहेंगे. लेकिन साल 2025 में गुरु कई बार राशि परिवर्तन करेंगे. वैसे तो गुरु को किसी एक राशि का चक्र पूरा करने में लगभग 12 से 13 महीने का समय लग जाता है. लेकिन इस साल गुरु की गति तेज होने के कारण गुरु एक या दो बार नहीं बल्कि पूरे तीन बार राशि परिवर्तन करने वाले हैं. इसका अर्थ यह है कि इस साल गुरु की गति तीन गुना तेज रहेगी. इसे गुरु का अतिचारी भी कहा जाता है.
| साल 2025 में कब-कब होगा गुरु का गोचर (Guru Gochar 2025 Date) |
| पहला गोचर | पहला गोचर गुरु का पहला गोचर 15 मई 2025 को होगा. इस दिन गुरु दोपहर 2:30 बजे वृषभ राशि से निकलकर मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे. |
| दूसरा गोचर | गुरु का दूसरा गोचर 18 अक्टूबर 2025 को रात 09:39 पर होगा. इस दिन मिथुन राशि से निकलकर चंद्रमा के स्वामित्व वाली राशि कर्क में प्रवेश करेंगे. |
| तीसरा गोचर | साल 2025 में गुरु का आखिरी और तीसरा गोचर 4 दिसंबर को रात 08:39 पर होगा. इस समय गुरु वक्री अवस्था में बुध के स्वामित्व वाली राशि मिथुन में प्रवेश करेंगे. |
गुरु गोचर से किन राशियों को रहना होगा सावधान
बता दें कि 14 मई 2025 से लेकर 18 मार्च 2033 तक गुरु अतिचारी रहेंगे. इस तरह गुरु पूरे 8 साल तीन गुना तेज गति से चलेंगे, जिससे कुछ राशियों को सावधान रहने की जरूरत है. इस राशियों में वृश्चिक और मकर, मीन राशि शामिल हैं.
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