Guru Pushya Yoga in 2021 : पुष्य नक्षत्र को सभी नक्षत्रों का राजा माना गया है. ज्योतिष शास्त्र में पुष्य नक्षत्र को अत्यंत शुभ नक्षत्र बताया गया है. जब पुष्य नक्षत्र गुरुवार के दिन पड़ता है तो इसे गुरु पुष्य नक्षत्र कहा जाता है. शुभ और नए कामों को आरंभ करने के लिए गुरु पुष्य नक्षत्र को अति उत्तम माना गया है.


पुष्य नक्षत्र कब से आरंभ हो रहा है?
पंचांग के अनुसार पुष्य नक्षत्र 24 नवंबर 2021, बुधवार को मार्गशीर्ष मास की कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि को शाम 04 बजकर 29 से प्रारंभ हो रहा है. 


पुष्य नक्षत्र कब तक रहेगा?
पंचांग के अनुसार पुष्य नक्षत्र 25 नवंबर 2021, गुरुवार को मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष की षष्ठी तिथि को शाम 6 बजकर 49 मिनट तक रहेगा.


पुष्य नक्षत्र के बारे में शास्त्रों में बताया गया है कि शुभ कार्य करने के लिए पुष्य नक्षत्र सबसे शुभ नक्षत्र है. कई बार इस नक्षत्र में पंचांग देखने की आवश्यकता नहीं पड़ती है. यही कारण है कि पुष्य नक्षत्र का लोग इंतजार करते हैं. शास्त्रों में पुष्य नक्षत्र का अर्थ है पोषण करने वाला, ऊर्जा और शक्ति प्रदान करने वाला बताया गया है. पुष्य नक्षत्र के स्वामी शनि देव हैं और ये नक्षत्र कर्क राशि के अंतर्गत आता है.


शॉपिंग करने के लिए उत्तम है पुष्य नक्षत्र
मान्यता के अनुसार पुष्य नक्षत्र को खरीदारी करने के लिए शुभ माना गया है. इस योग में घर में खरीदकर लाई गई वस्तु अच्छा फल प्रदान करती हैं. इस नक्षत्र में वाहन, सोना और आभूषण की खरीदारी करना अच्छा माना गया है. इसके साथ ही भवन, भूमि, आभूषण, इलेक्ट्रानिक्स आयटम, लकड़ी, लोहे का फर्नीचर, कृषि से जुड़ी चीजें भी खरीदकर घर पर ला सकते हैं. इस नक्षत्र में पालिसी, म्यूचल फंड और  शेयर मार्केट आदि में भी विचार विर्मश के बाद पूंजी का निवेश कर सकते हैं. 


2021 का अंतिम गुरु पुष्य योग
25 नवंबर को पड़ने वाला गुरु पुष्य नक्षत्र साल का अंतिम गुरु पुष्य नक्षत्र है. इस दिन राहुकाल दोपहर 01:27 से दोहपर 02:46:09 तक रहेगा.


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