Shani Dev, Guru Vakri 2022: जब कोई ग्रह राशि बदलता है या फिर अपनी चाल बदलता है, तो इस घटना को ज्योतिष में बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है. ग्रहों के परिवर्तन का प्रभाव सभी राशियों पर अलग –अलग तरह से पड़ता है. मौजूदा समय में 3 बड़े ग्रह वक्री हैं यानी ये उल्टी चाल से चल रहें हैं. इनके वक्री होने से मनाव जीवन तो प्रभावित होता ही है, साथ ही इसका असर देश-दुनिया और धरती पर भी पड़ता है.

  


ये 3 बड़े ग्रह हुए वक्री


शनि वक्री (Shani Vakri 2022): ज्योतिष शास्त्र में शनि देव का विशेष स्थान है. इन्हें कलयुग का दंडाधिकारी कहा जाता है क्योंकि ये लोगों को उनके कर्मों के अनुसार फल प्रदान करते हैं. पंचांग की गणना के अनुसार शनि देव 12 जुलाई को ही वक्री हो गए हैं. अब ये 23 अक्टूबर को मार्गी होंगे.


गुरु वक्री 2022 (Guru Vakri 2022, Jupiter Retrograde Pisces): देवगुरु बृहस्पति को ज्योतिष (Astrology) में ज्ञान, धन और संतान का कारक ग्रह माना जाता है. देवगुरु बृहस्पति एक राशि में करीब 13 महीने संचरण करने के बाद दूसरी राशि में प्रवेश करते हैं. पंचांग के अनुसार गुरु 29 जुलाई को मीन राशि में वक्री (Jupiter Retrograde in Pisces) हुए हैं. वे यहां पर 24 नवंबर तक उल्टी चाल से चलेंगे.


बुध वक्री 2022 (Budh Vakri in kanya): शनि और देवगुरू बृहस्पति के बाद 10 सितंबर को बुध ग्रह भी वक्री हो चुके हैं. पंचांग के अनुसार 10 सितंबर 2022, शनिवार को प्रात: 8 बजकर 42 मिनट पर बुध ग्रह कन्या राशि में वक्री हो गए. बुध अब 2 अक्टूबर 2022 को कन्या राशि में ही मार्गी होंगे.


इस प्रकार देखा जाये तो मौजूदा माह सितंबर में 3 बड़े और महत्वपूर्ण ग्रह वक्री यानी उल्टी चाल से चल रहें हैं. इन तीनों ग्रहों की विशेष बात यह है कि ये स्वराशि में ही वक्री हुए हैं. इनके वक्री होने से मेष, मकर, मीन और कन्या राशि वालों की आय के स्रोत बंद हो सकते हैं, जिससे इन्हें धन हानि हो सकती है. इनकी तरक्की भी रुक सकती है. इस लिए इन्हें सावधान रहना होगा.




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