Shani Jayanti 2021: शनि जयंती का पर्व आने वाला है. इस पर्व को पूरे भारत में 10 जून, गुरुवार को मनाया जाएगा. पंचांग के अनुसार ज्येष्ठ कृष्ण पक्ष की अमावस्या की तिथि को शनि जयंती का पर्व मनाया जाएगा.


शनि देव का परिचय
ज्योतिष शास्त्र में शनि देव को सभी नवग्रहों में न्याय करने वाला देवता माना गया है. शनि देव व्यक्ति को उसके अच्छे बुरे कर्मों के आधार पर फल प्रदान करते हैं. शनि जब अशुभ होते हैं तो इन मामलों में अधिक परेशानियां प्रदान करते हैं-



  1. जॉब

  2. करियर

  3. शिक्षा

  4. सेहत

  5. दांपत्य जीवन

  6. धन

  7. लव रिलेशन

  8. बिजनेस


शनि की दृष्टि से देवता भी नहीं बच पाते हैं
शनि देव को वरदान प्राप्त है. शनि देव ने भगवान शिव की एक बार घोर तपस्या की थी. तपस्या से प्रसन्न होकर शिवजी ने शनि देव को सभी 9 ग्रहों में न्याय करने वाले ग्रह का दर्जा प्रदान किया था. भगवान शिव की आशीर्वाद के कारण ही शनि की दृष्टि से मनुष्य ही देवता भी नहीं बच पाते हैं.


शनि की साढ़ेसाती
इन राशियों पर शनि की साढ़ेसाती चल रही हैं-
धनु राशि
मकर राशि
कुंभ राशि


शनि की ढैय्या
इन दो राशियों पर शनि की ढैय्या चल रही है-
मिथुन राशि
तुला राशि


शनि जयंती का शुभ मुहूर्त
शनि जयंती गुरुवार: 10 जून 2021
अमावस्या तिथि आरंभ: 09 जून 2021 दोपहर 01 बजकर 57 मिनट से
अमावस्या तिथि समापन: 10 जून 2021 शाम 04 बजकर 22 मिनट तक


शनि के उपाय
शनि अमावस्या के दिन शनि के उपाय करने से शनि देव से जुड़ी दिक्कतें दूर होती है. इस दिन ये उपाय करने चाहिए-
शनि मंदिर में शनि देव को सरसों का तेल चढ़ाएं.



  • शनि से जुड़ी चीजों का दान करें.

  • निर्धन और जरूरतमंद व्यक्तियों को अन्न का दान दें.

  • रोगियों की सेवा करें

  • जानवरों को भोजन कराएं.

  • शनि मंत्र का जाप करें.


शनि मंत्र
- ऊं शं शनैश्चराय नम:


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