Shani Dev: शनिदेव को सभी ग्रहों में न्याय का देवता माना गया है. शनि सूर्य देव के पुत्र हैं. लेकिन शनि की अपने पिता से नहीं बनती है. पौराणिक कथा के अनुसार सूर्यदेव ने शनि और उनकी मां छाया का अपमान कर दिया था. जिससे नाराज होकर शनिदेव ने भगवान शिव की कठोर तपस्या की. जिससे बाद प्रसन्न होकर भगवान शिव ने शनिदेव को सभी ग्रहों में न्यायाधीश का दर्जा प्रदान किया. इतना ही नहीं शनि की दृष्टि से कोई नहीं बच सकता है. मनुष्य और देवता भी शनि की दृष्टि से नहीं बच सकते हैं. ऐसा वरदान भी शनिदेव को प्राप्त है.
शनिवार के दिन पूजा करने से प्रसन्न होते हैं शनिदेवशनिदेव शनिवार के दिन पूजा करने से प्रसन्न होते हैं. जो लोग विधि पूर्वक शनिदेव की पूजा करते हैं और शनिदेव से जुड़ी चीजों का दान करते हैं, उन्हें शनिदेव शुभ फल प्रदान करते हैं.
इन 5 राशियों को रखना चाहिए विशेष ध्यान मिथुन, तुला, धनु, मकर और कुंभ राशि पर शनिदेव की विशेष दृष्टि है. मिथुन और तुला राशि पर शनि की ढैय्या है और धनु, मकर और कुंभ राशि पर शनि की साढ़ेसाती चल रही है. इसके साथ ही जिन लोगों की जन्म कुंडली में शनि की महादशा चल रही है, उन्हें भी विशेष ध्यान देने की जरूरत है.
शनि के अशुभ फलशनिदेव जब अशुभ होते हैं तो व्यक्ति को कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ता है. जॉब छूट जाना, जॉब में बाधा, व्यापार में हानि, जमा पूंजी नष्ट होना, इसके साथ ही दांपत्य जीवन में कलह और तनाव की स्थिति भी पैदा करते हैं. कभी-कभी शनिदेव तलाक का कारण भी बन जाते हैं. शिक्षा में रुकावट और सेहत से जुड़ी दिक्कतें भी प्रदान करते हैं.
शनि के उपायशनिदेव को प्रसन्न करने के लिए कभी कोई गलत कार्य न करें. हमेशा इस बात का ध्यान रखें, क्योंकि शनिदेव को न्याय का देवता माना गया है. शनिदेव व्यक्ति के कर्मों के आधार पर ही अच्छे और बुरे फल प्रदान करते हैं. इसलिए कुछ बातों का हमेशा ध्यान रखना चाहिए- - परिश्रम करने वालों का कभी अपमान न करें.- कमजोर व्यक्ति का कभी शोषण न करें.- गलत संगत से दूर रहें.- अनैतिक कार्यों को करने से बचें.- प्रकृति को हानि न पहुंचाएं.- पशु-पक्षियों की सेवा करें.- रोगियों की सेवा करें.- शनिवार के दिन शनि मंदिर में सरसों का तेल चढ़ाएं.- काला कंबल और काले छाते का दान करें.- गर्मी में शीतल जल की प्याऊ स्थापित कराएं.
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