Shani Ki Dhaiya: शनिदेव को प्रसन्न करने का इस शनिवार को विशेष योग बन रहा है. 13 मार्च को फाल्गुन मास की कृष्ण पक्ष की अमावस्या है. इस अमावस्या को शनि अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है. इस दिन शनि से जुड़ी चीजों का दान करने से भी शनिदेव प्रसन्न होते हैं और शुभ फल प्रदान करते हैं. शनि ग्रह को ज्योतिष ग्रह में क्रूर ग्रह माना गया है. शनिदेव को भगवान शिव का विशेष वरदान प्राप्त है. शनि की दृष्टि से मनुष्य और देवता दोनों ही घबराते हैं. शनि के अशुभ होने से जीवन में शिक्षा, करियर, बिजनेस, सेहत और दांपत्य जीवन में बाधाओं का सामना करना पड़ता है.


शनि अमावस्या पर शनिदेव को शांत करें
शनि अमावस्या का दिन शनि पूजा के लिए उत्तम माना गया है. 13 मार्च को शनि अमावस्या है. पंचांग के अनुसार अमावस्या की तिथि का समापन दोपहर 3 बजकर 53 मिनट पर होगा. इस दिन प्रात: काल स्नान करने के बाद व्रत का संकल्प लेकर शनिदेव की विधि पूर्वक पूजा करनी चाहिए. इस दिन शनि चालीसा और शनि के मंत्रों का जाप करना चाहिए. इस दिन पवित्र नदी में स्नान और दान का भी विशेष पुण्य बताया गया है.


शनि की साढ़ेसाती और शनि की ढैय्या
शनि का दान सभी राशि के जातक कर सकते हैं. लेकिन जिन राशियों पर शनि की साढ़ेसाती और शनि की ढैय्या चल रही है उनके लिए शनि अमावस्या का दिन बहुत ही शुभ है. इस समय मिथुन और तुला राशि पर शनि की ढैय्या और धनु, मकर और कुंभ राशि पर शनि की साढे़साती चल रही है. इसके साथ जिन लोगों की जन्म कुंडली में शनि की महादशा चल रही है, उन लोगों को भी इस दिन पूजा करने से शनिदेव शुभ फल प्रदान करते हैं.


शनि का दान
शनिवार के दिन काले तिल, काली उड़द की दाल, काला कंबल, सरसों का तेल, काले तिल, लोहा आदि का दान करने से भी शनिदेव शांत होते हैं. इसके साथ ही निर्धन लोगों की मदद करने से भी शनि प्रसन्न होते हैं. कुष्ट रोगियों की सेवा और मदद करने से भी शनि बहुत जल्द प्रसन्न होते हैं.


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