Shani Dev: कुंडली में शनि की स्थिति का विशेष ध्यान रखा जाता है. शनि (Saturn) की अशुभता से कुंडली (Kundli) में कई खतरनाक योग बनते हैं, ये यदि प्रभावशाली हों तो व्यक्ति का जीवन संकट और दुखों से भर जाता है. कितने ही प्रयास कर ले, उसे सफलता नहीं मिलती है. यही कारण है कि शनि की साढ़ेसाती (Sade sati), शनि की ढैय्या (Shani Dhaiya), शनि की महादशा (Shani Madasha) में व्यक्ति कई तरह के उपाय करता है.


शनि क्या हैं? (Shani Dev Kya Hai)
शनि से भयभीत होने की जरूरत नहीं है. शनि के स्वभाव को अगर आप जान लेते हैं तो आपको शनि की कृपा पाने में आसानी होगी. ग्रंथों में शनि को सूर्य (Sun) का पुत्र बताया गया है. पौराणिक कथाओं की मानें तो शनि की अपने पिता से नहीं बनती है. 


ज्योतिष की किताबों में शनि को एक न्याय प्रिय ग्रह बताया गया है. जो मनुष्य को उसके कर्मों के आधार पर अच्छे और बुरे फल प्रदान करता है. इसी कारण इसे दंडाधिकारी, न्याय का देवता (God of Justice) और कर्मफलदाता भी कहा जाता है.


शनि के क्रोध से कैसे बचा जा सकता है? (Shani Dev angry)
अक्सर लोगों को भ्रम हो जाता है कि शनि जब अशुभ हों तो शनि का दान (Shani Ka Daan), सरसों का तेल चढ़ाकर प्रसन्न किया जा सकता है, लेकिन ऐसा नहीं है. शनि के उपाय तभी फलीभूत होते हैं जब आप अपना आचरण भी ठीक रखते हैं. शनि को कैसे प्रसन्न रख सकते हैं, आइए जानते हैं-


1- गरीबों को न सताएं (Help Poor Person)
शनि देव (Shani Dev) कमजोर और असहाय लोगों को भी प्रतिनिधित्व करते हैं. जो लोग इन लोगों का भला करते हैं. समय समय पर मदद को आगे आते हैं शनि महाराज विशेष कृपा प्रदान करते हैं.


2- प्रकृति की सेवा (Nature Care)
शनि उन लोगों को भी विशेष आशीर्वाद प्रदान करते हैं, जो प्रकृति को बेहतर बनाने में योगदान देते हैं. अपने आसपास पर्यावरण की देखभाल करनी चाहिए. जीव-जंतुओं की सेवा करने से भी शनि प्रसन्न होते हैं.


3- धन का प्रयोग दूसरों को बरबाद करने के लिए न प्रयोग करें (Money Use For Welfare)
शनि नियम और अनुशासन हैं. जो लोग इनका पालन नहीं करते हैं उन्हें समय आने पर शनि कठोरतम दंड़ प्रदान करते हैं. जो लोग धन आने पर उसका गलत प्रयोग करते हैं, दूसरों का अहित करने के लिए धन का व्यय करते हैं, शनि ऐसे लोगों को कभी माफ नहीं करते हैं. धन का इस्तेमाल लोक कल्याण के लिए करना चाहिए.


4- दूसरों का हक भी न छीने (Respect Human Rights)
शनि कर्मफलदाता भी हैं. शनि (Shani Dev) उन लोगों को अवश्य ही दंड देते हैं जो दूसरों के हक छीनने का काम करते हैं. कभी किसी के अधिकार और हक न छीने ऐसा करने से शनि भयंकर नाराज होते हैं.


5- पद का अहंकार न करें 
शनि (Satrun) ऐसे लोगों को राजा से रंक बनाने में देर नहीं करते हैं जो अपनी शक्ति और पद का अभिमान करता है. जो ऐसा करते हैं उन्हे शनि अपनी महादशा, साढ़ेसाती और ढैय्या के दौरान सजा देने के काम करते हैं.


6- मृत्यु तुल्य कष्ट में मदद करें
यदि किसी को भयंकर कष्ट हैं, पीड़ा में है और उसे मदद की आवश्यकता है. जो लोग ऐसे समय में मनुष्य या जीव-जंतु की मदद करते है, शनि ऐसा करने वालों से अपार प्रसन्न होते हैं. समय आने पर शनि ऐसे लोगों को छप्पर फाड़कर देते हैं. 


7- कुष्ट रोगियों की सेवा
शनि (Shani Dev) उन लोगों पर अपनी कृपा अवश्य बरसाते हैं जो कुष्ट रोगियों की सेवा करते हैं, उनके लिए दवा-पट्टी आदि की व्यवस्था करते हैं.


8- जल का दान
जहां जल की समस्या है. गर्मी में पीने के पानी के लिए उपयुक्त स्थान पर प्याऊ या नल लगवाते हैं. उन लोगों को शनि विशेष आशीर्वाद देते हैं.


9- नियमों का पालन करें
जो लोग नियमों का पालन करते हैं, शनि उन्हें कभी कष्ट नहीं देते हैं, नियम-कानून को कभी नहीं तोड़ना चाहिए. जो लोग जानबूझकर नियमों की अनदेखी करते हैं, उनकें शनि कठोर दंड देते हैं.


10- नशा न करें
नशा नहीं करना चाहिए, शनि ऐसे लोगों का जीवन कष्टों से भर देते हैं  जो किसी भी तरह का नशा करते हैं, ऐसे लोगों की सुख-शांति सभी कुछ शनि देव (Shani Dev) छीन लेते हैं. 


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