Shani Dev: ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास के अनुसार शनि देव की दृष्टि जिस पर पड़ जाए, उसके जीवन में उतार-चढ़ाव तेजी से आने लगते हैं. शनि शुभ हों तो राजयोग तक दे देते हैं. लेकिन जब वे क्रोधित होते हैं तो व्यक्ति को कठोर परीक्षा से गुजरना पड़ता है.

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ज्योतिष शास्त्र में शनि देव को न्याय का देवता कहा गया है तो दंडाधिकारी भी कहा गया है. क्योंकि शनि महाराज यदि अच्छे कर्मों का फल देते हैं तो बुरे कर्मों के लिए दंडित भी करते हैं. लेकिन अलग-अलग राशियों पर शनि देव का क्रोध और दंड भी अलग होता है. इसलिए अपनी राशि अनुसार यह जान लीजिए कि, आपको शनि देव के दंड से बचने के लिए किन कामों से दूर रहना है.

शनि का क्रोध किस राशि पर कैसा
राशि (Zodiac Signs) शनि का दंड
मेष इस राशि के लोगों पर मंगल ग्रह का प्रभाव रहता है. इसलिए ये जल्दबाजी और क्रोधी होते हैं. शनि देव यदि मेष राशि वालों से रुष्ट हो जाए तो जातक को बार-बार कठिनाइयां झेलनी पड़ती हैं. क्रोध में वृद्धि, गलत फैसले और करियर में अड़चनें बढ़ जाती हैं. धन हानि या किसी बड़े निवेश में नुकसान का योग बनता है.
वृषभ वृषभ राशि वाले आलसी और हठी होते हैं. इन राशि वालों का यही स्वभाव शनि देव को अप्रसन्न कर देता है. वृषभ राशि पर क्रोधित शनि आर्थिक स्थिति को प्रभावित करते हैं. कई बार शनि स्वास्थ्य संबंधी परेशानी भी बढ़ा देते हैं.
मिथुन इन राशि वालों का ज्यादा बोलना और अस्थिर मन शनि देव को रास नहीं आता है. यदि मिथुन राशि वालों से शनि नाराज हो जाए तो नौकरी और व्यवसाय दोनों में अच्छा फल नहीं मिलता. यहां तक कि प्रमोशन रुक सकता है, व्यापारिक लाभ घट सकता है और भाग-दौड़ बढ़ जाती है.
कर्क कर्क राशि वाले भावनाओं में बहने वाले होते हैं और शनि देव इनकी विशेष परीक्षा भी लेते हैं. कर्क राशि पर शनि का प्रकोप मानसिक तनाव और परेशानियों को बढ़ाता है. अगर शनि वक्री हों तो कर्ज बढ़ने का खतरा रहता है.
सिंह इस राशि जातकों के अहंकार और दिखावे की चमक शनि के कोप को बढ़ाती है. सिंह राशि वालों को शनि का क्रोध प्रतिष्ठा और आत्मविश्वास पर चोट करता है. अचानक लिए गए निर्णय भारी पड़ सकते हैं.
कन्या यदि आप निरंतर किसी की आलोचना करते हैं तो शनि देव के क्रोध से बच नहीं सकते. कन्या जातकों के लिए शनि की नाराजगी रिश्तों में दूरी लाती है. स्वास्थ्य बिगड़ सकता है और नौकरी में अस्थिरता आ सकती है.
तुला शनि जब तुला राशि से नाराज़ होते हैं, तो किस्मत साथ छोड़ने लगती है. योजनाएं फेल हो सकती हैं, यात्राएं टल सकती हैं और करियर में रुकावटें बढ़ती हैं. वैवाहिक जीवन में भी परेशानियां आ सकती हैं.
वृश्चिक इस राशि के लोग जो बदले की भावना रखते हैं, शि देव उनके दंड देने में देर नहीं करते. वृश्चिक राशि पर शनि देव का क्रोध सबसे भारी माना जाता है. व्यक्ति को अक्सर पिछले गलतियों का दंड मिलता है.
धनु आपकी अति आत्मविश्वासी और लापरवाही की आदत शवि को रुष्ट करती है. धनु जातकों को शनि भाग्य क्षेत्र में परीक्षा का सामना कराते हैं. पढ़ाई, प्रतियोगिता और नौकरी सभी में बाधाएं आ सकती हैं.
मकर यह शनि की अपनी राशि है. लेकिन गलती होने पर दंड भी कम नहीं होता. स्वामी शनि के क्रोधित होने पर मकर जातकों पर काम का बोझ असहनीय हो जाता है. करियर में संघर्ष लंबा खिंच सकता है.
कुंभ मकर के बाद कुंभ भी शनि की दूसरी अपनी राशि है. लेकिन गलत कर्म के लिए भारी दंड झेलना पड़ता है. कुंभ राशि पर शनि का शिकंजा सामाजिक जीवन और आय दोनों पर पड़ता है. मित्र या करीबी लोगों से धोखा मिल सकता है.
मीन

जो जातक भ्रम और कल्पनाओं में डूबे रगते हैं, उन पर शनि की नाराजगी रहती है. मीन राशि वाले जातकों का मन कमजोर होता है और शनि के रुष्ट होने पर संबंधों में गलतफहमियां बढ़ सकती हैं.

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