Palmistry, Hastrekha: हस्तरेखा विज्ञान प्राचीनतम ज्योतिष विधाओं में से एक है. ज्योतिष विद्या के अनुसार व्यक्ति की हस्तरेखाओं का संबंध उसके भाग्य से होता है. आतमौर पर हाथों की लकीरें या रेखाएं शाश्वत नहीं होती. क्योंकि समय के साथ-साथ हाथ की रेखाएं बदलती रहती हैं.


कई बार तो हाथों की लकीरों में ऐसे शुभ योग बनते हैं, जिसके चलते व्यक्ति को करियर से लेकर कारोबार कई क्षेत्रों बहुत लाभ होता है और उसपर मां लक्ष्मी मेहरबान हो जाती है.  ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि, ज्योतिष शास्त्र के में हस्तरेखा से बनने वाले कुछ योग को बहुत शुभ माना गया है. इन योग के कारण व्यक्ति जीवन में खूब तरक्की करता है. ज्योतिषाचार्य अनीस व्यास जी से जानते हैं, हस्तरेखाओं में बनने वाले ऐसे खास योग के बारे में, जो जीवन में सफलता और तरक्की दिलाते हैं.



हथेली पर बनने वाली ये रेखाएं होती है शुभ



  • कुछ लोगों के हाथ पर त्रिशूल का निशान बना होता है. शनि पर्वत के स्थान पर जिन लोगों के हाथ में यह निशान होता है वो किस्मत वाले होते हैं. ऐसे लोगों पर हमेशा ही शनि देव की कृपा रहती है.
    जिन लोगों की हथेली में भाग्य रेखा हथेली के बीच से शुरू होकर उसकी एक शाखा गुरु पर्वत या सूर्य पर्वत पर मिले तो ऐसे लोगों को भी हर काम में किस्मत का साथ मिलता है.

  •  जिनकी हथेली पर धनुष, चक्र, झंडा, रथ और आसन आदि जैसे निशान होते हैं, वो लोग किस्मत के धनी कहलाते हैं.

  • किसी व्यक्ति की हथेली पर तलवार, हल या फिर पहाड़ का निशान हो तो ऐसे व्यक्ति के हाथों में राजयोग होता है और उच्चाधिकारी बनते हैं एवं समाज में खूब नाम कमाते हैं.

  • जिनकी हथेली पर मछली, छाता और मंदिर का निशान होता है उनके हाथों में राज योग होता है और ये लोग बहुत नाम कमाते हैं.

  • हथेली पर गुरु और सूर्य पर्वत उभार लिए हो और शनि, बुध रेखा साफ और सीधी हो तो ऐसे लोग उच्च अधिकारी बनते हैं.


लक्ष्मी योग (Lakshmi Yoga)


हस्तरेखाओं में बुध, गुरु, शुक्र और चंद्रमा पर्वत अच्छी तरह से लालिमा लिए हुए विकसित हो गए हैं, तो ये लक्ष्मी योग कहलाता है. इसे काफी शुभ योग माना गया है, जिस व्यक्ति की हस्त रेखाओं में ये योग बनता है, वह जो भी काम करता है, उसमें उसे जरूर सफलता मिलती है. ऐसे लोग खुशहाल जीवन बिताते हैं और मां लक्ष्मी की कृपा से खूब धन कमाते हैं.


गजलक्ष्मी योग (Gajalakshmi Yoga)


हाथ की भाग्य रेखा मणिबंध से शुरू होकर शनि पर्वत तक जाती है. वहीं सूर्य रेखा बिना किसी कट-पिट के एकदम स्पष्ट दिखती हो और सूर्य पर्वत लालिमा लिए विकसित हो रखा है तो इस योग को गजलक्ष्मी योग कहा जाता है. इस योग को भी काफी शुभ माना गया है. ऐसा योग जिस व्यक्ति के हाथों में होता है उसे दिन दोगुनी और रात चौगुनी तरक्की मिलती है. ऐसे लोग व्यापार में खूब मुनाफा कमाते हैं.


शुभ कर्तरी योग (Shubh Kartari yoga)


किसी की हथेली के बीच का हिस्सा दबा हुआ है और सूर्य और गुरु पर्वत अच्छी तरह से विकसित हो गए हैं. वहीं भाग्य रेखा शनि पर्वत तक जाए तो ऐसे में शुभ कर्तरी योग बनता है. यह योग जिस व्यक्ति के हाथ में होता है वह जीवन में खूब धन अर्जित करता है. ऐसे लोगों पर मां लक्ष्मी की कृपा सदा बनी रहती है. 


भाग्य योग (Bhagya Yoga)


दोनों हाथों में भाग्य रेखा लंबी और स्पष्ट है और चंद्र पर्वत या फिर गुरु पर्वत से शुरू होती है तो ऐसे में भाग्य योग बनता है. यह योग जीवन में आपार सफलता , कारोबार क्षेत्र में लाभ और दांपत्य जीवन भी खुशियां दिलाता है.


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