Mahashivratri 2024:  महाशिवरात्रि का दिन बहुत खास है. इस दिन को शिव और पार्वती के मिलन के रूप में मनाया जाता है. इस दिन शिव-पार्वती का विवाह हुआ था. साल 2024 में शिवरात्रि 8 मार्च के दिन मनाई जाएगी. शिवरात्रि हर साल फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि के दिन पड़ती है. महाशिवरात्रि का पावन पर्व ब्रह्मांड के संहारक और सबसे दयालु भगवान शिव को समर्पित है.

शिव जी की बारात में कौन-कौन शामिल हुआ था? 

महाशिवरात्रि का दिन खास होता है इस दिन शिव जी और पार्वती माता का विवाह हुआ, इसीलिए शिव भक्त इस दिन को बहुत धूम-धूम से मनाते हैं. शिव-पार्वती के विवाह में आखिर कौन-कौन शामिल हुआ था. ऐसा माना जाता है कि भगवान शिव की बारात में भूत-प्रेत नाचते हुए पार्वतीजी के घर तक पहुंचे थे और जितने भी बाराती शिव-पार्वती माता के विवाह में पहुंते थे, सभी ने अपने आप को भस्म से रमे हुए थे. 

ऐसे मान्यता है कि पवित्र सप्तऋषियों द्वारा विवाह की तिथि निश्चित कर दिये जाने के बाद भगवान शंकर जी ने अपने गणों को बारात की तैयारी करने का आदेश दिया. उनके इस आदेश से अत्यन्त प्रसन्न होकर गणेश्वर शंखकर्ण और अन्य गणों के अध्यक्ष अपने अपने गणों को साथ लेकर चल पड़े.

ये सभी तीन नेत्रों वाले थे. सबके मस्तक पर चंद्रमा और गले में नील चिन्ह थे. सभी ने रुद्राक्ष के आभूषण पहन रखे थे, वहीं सभी के शरीर पर भस्म थी, इन गणों के साथ शंकर जी के भूतों, प्रेतों, पिशाचों की सेना भी आकर सम्मिलित हो गए.

शिव जी बैल पर सवार होकर पार्वती जी के घर पहुंचे. बारात को देखकर कई महिलाएं भयभीत होकर वहां से भाग गईं, नगरवासी डर गए. शिव जी के गले में सांप, शरीर पर राख थी. लेकिन माता पार्वती इस बात से बिलकुल परेशान नहीं हुईं, उनका मानना था, जो उनके भाग्य में लिखा है उन्हें वही मिल रहा है.

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