हथेली में कई शुभ चिह्न होते हैं. सीढ़ी की चिह्न इनमें महत्वपूर्ण श्रेणी में आता है. इसके प्रभाव से व्यक्ति थोड़े प्रयास में आगे बढ़ जाता है. उसके जीवन में महत्वपूर्ण व्यक्ति का प्रभाव रहता है. उन्नति के पथ पर ऐसा व्यक्ति अग्रसर रहता है. सीढ़ी का चिह्न दो लंबी रेखाओं के मध्य आढ़ी रेखाओं के सीढ़िनुमा मिलान से बनता है. अक्सर यह चिह्न दो भाग्य रेखाओं के मध्य आढ़ी रेखाओं के होने से बनता है.


यह चिह्न भी सीढ़ी की तरह ही व्यक्ति को सरलता से ऊपर चढ़ने में सहायक होता है. मंगल पर्वत पर यह चिह्न हो तो व्यक्ति व्यापार, भूमि और भवन निर्माण से धनवान बनता है. ऐसे व्यक्ति के पास कई घर होते हैं. गुरु पर्वत पर यह चिह्न हो तो व्यक्ति खूब मान सम्मान पाता है. अकादमिक गतिविधियों और शासन समर्थित योजना में सफलता पाता है. 


सूर्य पर्वत पर सीढ़ी का चिह्न देश दुनिया में कारोबार का संकेतक होता है. आर्थिक लाभ प्रबल संभावना रहती है. शनि पर्वत पर सीढ़ी का चिह्न आध्यात्मिक और कलात्मक मामलों में व्यक्ति को सफलता देता है. व्यक्ति सघन प्रयासों से ऐसी सफलता प्राप्त करता है कि उसका अस्तित्व सालों तक बना रहता है. शुक्र पर्वत पर यह सीढ़ी सौंदर्यबोध बढ़ाता है. स्त्री और पुरुष के सहयोग सफलता को प्राप्त होता है. व्यक्ति सुंदर और व्यवहार कुशल होता है.


बुध पर्वत पर यह सीढ़ी व्यापार में कुशल बनाता है. व्यक्ति श्रेष्ठ व्यवहार से सभी को प्रभावित करता है. अच्छे व्यवसाय से लाभार्जन करता है. चंद्रमा पर सीढ़ी हो तो व्यक्ति को सृजन और कला की ओर प्रेरित करती है.