Kuber Mantra In Hindi: शास्त्रों में कुबेर देव को धन का राजा बताया गया है. कुबेर देव की आराधना करने से धन से जुड़ी समस्याएं दूर होती हैं. उनके मंत्रों के जाप से दरिद्रता दूर होती है और घर में धन का आगमन बढ़ता है. आर्थिक तंगी से जूझ रहे लोग कुबेर देवता को प्रसन्न करने के उपाय करते हैं ताकि आर्थिक समस्या से बाहर निकला जा सके.  पूजा- पाठ के बाद कुबेर देव के 3 मंत्रों का जाप करने से दरिद्रता जल्द दूर होती है. जानते हैं कुबेर देव के इन तीन मंत्रों के बारे में.


कुबेर देव का अमोघ मंत्र


ॐ यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धनधान्याधिपतये
धनधान्यसमृद्धिं मे देहि दापय स्वाहा॥


इस मंत्र जाप की विधि


दक्षिण दिशा की तरफ मुख करके कुबेर देव के अमोघ मंत्र का 108 बार जाप करें. जाप करते समय धनलक्ष्मी कौड़ी को अपने पास रखें. मान्यता है कि बेल के पेड़ के नीचे बैठकर इस मंत्र का 1 लाख बार जप करने से हर तरह की आर्थिक परेशानियां दूर हो जाती हैं. माना जाता है कि तीन महीने तक लगातार इस मंत्र का जाप करने से जीवन में कभी भी धन की कमी नहीं होती है.



अष्टलक्ष्मी कुबेर मंत्र


ॐ ह्रीं श्रीं क्रीं श्रीं कुबेराय अष्ट-लक्ष्मी मम गृहे धनं पुरय पुरय नमः॥


कैसे करें इस मंत्र जाप का जाप


यह माता लक्ष्मी और कुबेर देवता का मंत्र है. कहते हैं इस मंत्र का सच्चे मन से जप करने से जीवन से सारे कष्ट दूर हो जाते हैं और पद, प्रतिष्ठा, सौभाग्य की प्राप्ति होती है. इस मंत्र का जाप शुक्रवार की रात को करना बहुत शुभ माना गया है. 


धन प्राप्ति हेतु कुबेर मंत्र


ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्रीं क्लीं वित्तेश्वराय नमः॥


कैसे करें इस मंत्र जाप का जाप


किसी भी पूजा के बाद कुबेर देव के इस मंत्र का जाप करने से व्यक्ति को सभी भौतिक सुखों की प्राप्ति होती है. उसके जीवन में धन-धान्य की कभी कमी नहीं रहती है. धन प्राप्ति की कामना लेकर जो लोग कुबेर देव के इस मंत्र का नियमित जाप करते हैं उन लोगों को कभी भी आर्थिक तंगी का सामना नहीं करना पड़ता है. यह मंत्र ना सिर्फ गरीबी दूर करती है, बल्कि घर में सकारात्मक ऊर्जा भी लाती है. 


ये भी पढ़ें


सावन की पूर्णिमा पर लाएं ये खास चीजें, घर में होगा माता लक्ष्मी का आगमन


Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.