Chandra Grahan 2021: हिंदू पंचांग अनुसार, साल का अंतिम चंद्र ग्रहण कार्तिक शुक्ल पूर्णिमा को लगेगा. धार्मिक दृष्टि से इसका खास महत्व है. यह साल ही नहीं बल्कि पूरी सदी का सबसे बड़ा आंशिक चंद्र ग्रहण होगा. खगोल वैज्ञानिकों का मानना है कि 19 नवंबर को लगने वाला यह चंद्र ग्रहण 580 वर्षों के बाद सबसे लंबा आंशिक चंद्र ग्रहण होगा. इसकी अवधि करीब छह घंटे से भी अधिक रहेगी. यह चंद्र ग्रहण वृष राशि, कृतिका नक्षत्र में लगेगा. वृष राशि के स्वामी शुक्र और कृतिका नक्षत्र के स्वामी सूर्यदेव हैं. 


ग्रहण समय: भारतीय समयानुसार चंद्र ग्रहण 19 नवंबर की सुबह 11 बजकर 34 मिनट से शाम को 5 बजकर 33 मिनट तक रहेगा. इसके बाद अगला चंद्र ग्रहण 16 मई 2022 को लगेगा.


सूतक काल:  भारत में यह उपछाया ग्रहण होने के कारण सूतक काल मान्य नहीं होगा. इसे आंशिक ग्रहण भी कहा जा रहा है.


कहां दिखेगा ग्रहण: भारत में आखिरी चंद्र ग्रहण सिर्फ उन्हीं जगहों पर नजर आएगा. जहां चंद्रमा आकाश के घेरे में यानी क्षितिज के ऊपर होता है. असम और अरुणाचल प्रदेश सहित पूर्वोत्तर राज्यों के लोगों को यह दिखाई दे सकता है. इससे पहले इतना लंबा चंद्र ग्रहण 18 फरवरी 1440 को पड़ा था और अगला मौका 8 फरवरी, 2669 में आएगा.


क्या होता है चंद्रग्रहण?
पूर्णिमा पर सूर्य-चंद्रमा की बीच पृथ्वी आ जाती है तो छाया चंद्रमा पर पड़ती है. इससे चंद्रमा का छाया वाला भाग अंधकारमय रहता है. जब हम धरती से चांद को देखते हैं तो वह भाग काला दिखता है, जिसे चंद्र ग्रहण कहा जाता है. नासा के मुताबिक, एक साल में अधिकतम तीन चंद्र ग्रहण हो सकते हैं. अनुमान है कि 21वीं सदी में कुल 228 चंद्र ग्रहण होंगे.


इन्हें भी पढ़ें


चंद्र ग्रहण' से 'सूर्य ग्रहण' तक इन राशि वालों को रहना होगा सावधान


कार्तिक पूर्णिमा कब है? इस दिन लक्ष्मीजी की कृपा पाने का विशेष संयोग