Chanakya Niti in Hindi: चाणक्य की गिनती भारत के श्रेष्ठ विद्वानों में की जाती है. चाणक्य की शिक्षाएं व्यक्ति को अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाती हैं. यही कारण है इतने वर्ष बीत जाने के बाद भी चाणक्य नीति की प्रासंगिकता बनी हुई है. आज भी बड़ी संख्या में लोग चाणक्य की चाणक्य नीति का अध्ययन करते हैं.
चाणक्य के अनुसार व्यक्ति को यदि श्रेष्ठ बनाना है तो उसे कुछ बातों पर अमल करना चाहिए. चाणक्य का मानना था कि बिना श्रेष्ठ गुणों के अपनाए यश और सम्मान प्राप्त नहीं होता है. जो लोग श्रेष्ठ गुणों को अपनाते हैं और दूसरों के कल्याण के लिए प्रयास करते हैं, उन्हें लक्ष्मी जी का भी आशीर्वाद प्राप्त होता है. जीवन में यदि श्रेष्ठ बनाना है तो आप भी चाणक्य की इन बातों को जान लें-
सभी को साथ लेकर चलेंचाणक्य के अनुसार सफलता अकेले प्राप्त नहीं होती है. बड़ा सफलता प्राप्त करने के लिए कई लोगों का सहयोग अवश्यक होता है. जो लोग अपने सहयोगियों का ध्यान रखते हैं. उनके सुख और दुख में भागीदार बनते हैं. ऐसा व्यक्ति जीवन में उच्चकोटि की सफलता प्राप्त करता है. ऐसे लोग अपने सहयोगियों की पूर्ण क्षमता का लाभ प्राप्त करते हैं.
स्वार्थी नहीं बनना चाहिएचाणक्य नीति कहती है कि जो व्यक्ति जरा सी सफलता मिलने पर अहंकार में डूब जाते हैं और अपने हितों के बारे में सोचने लगते हैं. ऐसे लोग अधिक समय तक सफलता का आनंद नहीं ले पाते हैं. सफलता लंबे समय तक कायम रहे, इसके लिए स्वार्थी नहीं बनना चाहिए. ऐसा करने से आपके करीबी भी दूरी बनाना आरंभ कर देते हैं.
कार्य आरंभ करने से पहले योजना बनाएंचाणक्य नीति कहती है कि कार्य को आरंभ करने से पहले, इसकी कार्य योजना बनानी चाहिए. जो लोग हर कार्य की योजना बनाकर करते हैं उन्हें सफलता प्राप्त होती है. बिना योजना के कार्य करने से बाधाएं आती हैं और सफलता प्राप्त करने के लिए भी संघर्ष करना पड़ता है.