Astrology: संबंधों और प्रेम के मामले में ग्रह-नक्षत्रों का भी अहम योगदान होता है. ग्रह शुभ हो तो प्यार में सफलता मिलती है और वैवाहिक जीवन भी सुखी रहता है. वहीं कुंडली में ग्रहों की स्थिति खराब हो तो व्यक्ति प्यार में बार-बार धोखा खाता है. आइए जानते हैं कि कुंडली में किस ग्रह के खराब होने से व्यक्ति प्यार में धोखा खाता है.


इन ग्रहों की वजह से प्यार में मिलता है धोखा


कुंडली में पंचमेश और सप्तमेश संबंधों को दर्शाते हैं. इन भाव पर जब शुभ ग्रहों की दृष्टि पड़ती है तो व्यक्ति के प्रेम संबंध मजबूत होते हैं और उन्हें सच्चा प्यार मिलता है. इस शुभ ग्रह के प्रभाव से पार्टनर का पूरा सहयोग मिलता है. 


इन शुभ ग्रहों के प्रभाव से पार्टनर भाग्य में वृद्धि कराता है. वहीं जब कुंडली के इस भाव पर पाप ग्रह या क्रूर ग्रह की दृष्टि पड़ती है तो प्रेम संबंधों में कोई हमेशा बाधा आती रहती है. इनकी वजह से प्यार में सफलता नहीं मिलती है.


अगर कुंडली में पंचमेश और सप्तमेश कमजोर हो तो व्यक्ति को प्रेम संबंधों में असफलता मिलती है. व्यक्ति को रिश्ते में बार-बार धोखा मिलता है. पार्टनर के बीच बहसबाजी या वाद-विवाद शुरू हो जाते हैं और आखिरकार ब्रेकअप हो जाता है.


ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अगर राहु,  मंगल, सूर्य और शनि में से कोई भी ग्रह उच्च राशि में हो तो उच्च राशि में से इनकी दृष्टि पंचमेश और सप्तमेश भाव पर पड़ती है तो यह स्थिति भी लव लाइफ के लिए अच्छी नहीं होती है.


अगर कुंडली में राहु, केतु और चंद्रमा की युति बन रही हो तो भी प्रेम संबंधों में समस्या आती है. चंद्रमा की वजह से मन के विचार बदलने लगते हैं और हर बात पर विवाद की होने लगता है. ऐसी स्थिति में ब्रेकअप जल्दी हो जाता है.


राहु की महादशा रिश्तों के लिए खतरनाक


राहु की महादशा रिश्तों के लिए खतरनाक मानी जाती है. इस वजह से व्यक्ति में धैर्य नहीं होता है और रिश्ते में बंधने का भय रहता है. इसकी महादशा के दौरान, व्यक्ति को संबंधों में प्रतिबद्ध होने और इन्हें निभाने में बहुत कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है. इनके प्रेम संबंध स्थिर नहीं रह पाते हैं.


राहु की महादशा में तलाक की संभावना भी बढ़ जाती है. राहु शादीशुदा जीवन में अनियमितता, अस्थिरता और विश्वासघात लाता है. इसकी महादशा के दौरान, व्यक्ति वैवाहिक संबंधों में तनाव बढ़ता है और आपसी मेल-जोल में बहुत कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है. ऐसे में इन ग्रहों को शांत करने के उपाय करने चाहिए.


ये भी पढ़ें


एकादशी के दिन क्यों नहीं खाते हैं चावल, क्या है इसके पीछे वजह? जानें


Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.