Moon Astro Tips: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार प्रत्येक ग्रहों का प्रभाव हमारे जीवन में भिन्न-भिन्न तरह से पड़ता है. बात करें ये चंद्रमा की तो, इसे मन, भावना, माता और जल आदि का कारक माना जाता है. चंद्रमा यदि शुभ या मजबूत स्थिति में हो तो शुभ फल मिलते हैं. लेकिन चंद्रमा के पीड़ित होने पर नकारात्मक प्रभाव झेलने पड़ सकते हैं.
ज्योतिष शास्त्र में ऐसे कई कारण बताए गए हैं, जिससे चंद्रमा कमजोर होता है. इन्हीं में एक है रात में सोने से पहले कुछ काम करना. यदि आप भी सोने से पहले ऐसे काम करते हैं तो, कुंडली में चंद्रमा प्रभावित हो सकता है. इन आदतों से ना केवल नींद प्रभावित होती है, बल्कि मानसिक संतुलन बिगड़ता है और तनाव भी बढ़ सकता है. आइए जानते हैं किन आदतों से चंद्रमा का शुभ प्रभाव होता है कम.
रात में सोने पहले न करें ये गलतियां (Don't these mistakes while sleeping at night)
देर रात तक जागने की आदत- ज्योतिष के अनुसार रात्रिकाल का समय चंद्र ऊर्जा का होता है. खासकर रात 11 बजे के बाद जागना अच्छा नहीं माना जाता है. इस समय के बाद चंद्रमा की शीतल ऊर्जा को असंतुलित करता है, जिससे मन भारी और अशांत रहने लगता है. ज्योतिष के साथ ही चिकित्सक भी रात में समय से सोने की सलाह देते हैं.
मोबाइल देखते हुए सोना- आजकल लोग भले ही बिस्तर में समय पर आ जाएं, लेकिन देर रात तक मोबाइल चलाते रहते हैं. जबकि मोबाइल की रोशनी से नींद उचटती है और नींद न पूरी होने पर अशुभ सपनों का डर या बेचैनी बढ़ सकती है.
उत्तर दिशा में सिर रखकर सोना- वास्तु और ज्योतिष दोनों के अनुसार उत्तर दिशा में सिर रखकर नहीं सोना चाहिए. इससे चंद्रमा कमजोर होता है, जिससे मानसिक तनाव और भ्रम की स्थिति बढ़ सकती है.
बिना पैर धोए बिस्तर पर जाना- चाहे आप कितने भी बिजी या थके हारे क्यों न हों. रात में बिना पैर धोए बिस्तर पर सोने न जाएं. इस आदत से नकारात्मक ऊर्जा बिस्तर में प्रवेश करती है, जिससे चंद्रमा की शांति भंग होती है.
क्रोध या चिंता के साथ सोना- सोने से पहले नकारात्मक विचार का पूरी तरह त्याग कर देना चाहिए. ऐसा न करना चंद्रमा को सबसे अधिक प्रभावित कर सकता है. साथ ही इससे मानसिक थकावट और बेचैनी भी बनी रहती है.
कमरे को पूरा अंधेरा करके सोना- कई लोग कमरे को पूरा अंधेरा करके सोते है. लेकिन कमरे को रात के समय पूरा अंधेरा नहीं करना चाहिए. इससे चंद्रमा की स्थिति बिगड़ सकती है. सोने के लिए रात में हल्की, सौम्य रोशनी ज्यादा अनुकूल मानी जाती है.
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.