Sarva Pitru Amavasya 2021: पंचांग के अनुसार 6 अक्टूबर 2021, बुधवार को आश्विन मास की कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि है. आश्विन मास की अमावस्या तिथि को हिंदू धर्म में विशेष माना गया है. इस तिथि को पितृ पक्ष का समापन हो रहा है. इसे सर्व पितृ अमावस्या भी कहा जाता है.


पितृ दोष
ज्योतिष शास्त्र में पितृ दोष को एक अशुभ योग माना गया है. जिस व्यक्ति की जन्म कुंडली में यह अशुभ योग बनता है. उसके जीवन में सदैव कष्ट, बाधा और संघर्ष की स्थिति बनी ही रहती है. ऐस व्यक्ति को मान सम्मान पाने के लिए भी संघर्ष करना पड़ता है. धन की कमी बनी रहती है. व्यापार और जॉब में भी निरंतर परेशानियां बनी रहती हैं. ये दोष पाप ग्रह राहु और केतु के कारण जन्म कुंडली में बनता है.


राहु-केतु
राहु और केतु को ज्योतिष शास्त्र में पाप ग्रह माना गया है. ये दोनों ग्रह जीवन में अचानक होने वाली घटनाओं के भी कारक माने गए हैं. राहु- केतु को छाया ग्रह भी कहा गया है. ये ग्रह शुभ फल भी प्रदान करते है. उपाय और पूजा से इन ग्रहों को शांत किया जा सकता है. अमावस्या की तिथि राहु और केतु की शांति के लिए अच्छी मानी गई है. पंचांग के अनुसार 6 अक्टूबर 2021 को अमावस्या की तिथि है. राहु की शांति के लिए बुधवार का दिन शुभ माना गया है. इस बार अमावस्या की तिथि बुधवार के दिन पड़ रही है.


राहु की शांति का उपाय
6 अक्टूबर, बुधवार को राहु को शांत करने का विशेष संयोग बना हुआ है. इस दिन राहु को शांत करने के लिए सात प्रकार के अनाज का दान करना चाहिए. इसके साथ ही नीले वस्त्र, कांच से बनी चीजों का दान करने से भी राहु की शांति होती है. इस दिन भगवान शिव और गणेश जी की पूजा करने से भी लाभ प्राप्त होता है.


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