Agriculture Marketing: किसानों की आय बढ़ाने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है कि खेती की लागत को कम करके उपज के सही दाम दिलवाए जाएं. अब खेती में खर्च को कम करने के लिए किसानों को जैविक खेती-प्राकृतिक खेती से जोड़ा जा रहा है. इसी के साथ अब उपज के सही दाम दिलवाने के लिए भी केंद्र और राज्य सरकारें लगातार प्रयास कर रही हैं. ताजा रिपोर्ट्स की मानें तो यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार अब किसानों की उपज की ब्रांडिंग और सही दाम दिलवाने के लिए 7 मंजिला एग्रो मॉल बनाने जा रही है. ये एग्रो मॉल लखनऊ के विकल्प खंड में 8000 वर्गमीटर दायरे में निर्मित होगा. इस एग्रो मॉल में किसानों के लिए आराम-विश्राम गृह से लेकर पार्किंग तक की सुविधाएं दी जाएंगी.


यूपी के किसानों के लिए वरदान साबित होगा एग्रो मॉल
कई बार किसानों की उपज की क्वालिटी अच्छी होती है, लेकिन मंडी में उसे साधारण उपज जितने ही भाव मिलते हैं. जैविक खेती-प्राकृतिक खेती उपज के साथ भी सही होता है. बाजार में जागरुकता की कमी के चलते किसानों को उनकी उपज के सही दाम नहीं मिल पाते.अब यूपी सरकार ने इस समस्या का समाधान अत्याधुनिक एग्रो मॉल के तौर पर निकाल लिया है.


मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, राज्य कृषि उत्पादन मंडी परिषद के संचालक मंडल की 166वीं बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि किसानों को सही बाजार, उपज के सही दाम और उत्पाद की ब्रांडिंग के लिए लखनऊ में एग्रो मॉल स्थापित करने की योजना है, जहां ना सिर्फ किसानों को अपने खेत से निकले फल, सब्जी, अनाज के सही दाम मिलेंगे, बल्कि ग्राहक भी खेत से निकली ताजा उपज को इस मॉल से खरीद पाएंगे.


किसानों को मिलेंगी ये सुविधाएं
लखनऊ में निर्माणाधीन एग्रो मॉल में किसानों के लिए विश्राम के साथ-साथ सभी आवश्यक सुविधाएं मौजूद होंगी. यहां किसानों के वाहनों के साथ-साथ उपभोक्ताओं के लिए भी अलग पार्किंग की सुविधा दी जाएगी. इस मामले में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ये अत्याधुनिक एग्रो मॉल किसानों के लिए वरदान साबित होगा.


यहां किसानों को प्राकृतिक खेती से उपजे उत्पादों को बेचने की सुविधा और सही दाम मिलेंगे. मॉल में दुकाने बनेंगे तो आम लोगों को भी रोजगार मिलेगा और एक सशक्त बाजार उपलब्ध हो पाएगा. अकसर किसान को चिंता रहती है कि खास उपज को कहां बेचें, क्या उसे सही दाम मिलेगा? इस तरह की सभी चिंताओं को एग्रो मॉल दूर करेगा.


टिशू कल्चर को बढ़ावा
राज्य कृषि उत्पादन मंडी परिषद के संचालक मंडल की 166वीं बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि खेती में टिशू कल्चर तकनीक से काफी सकारात्मक परिणाम देखने को मिले हैं, इसलिए इस तकनीक से अयोध्या में केले की खेती को बढ़ावा देने के लिए टिशू कल्चर लैब की स्थापना की जाए.


इसके लिए जल्द से जल्द प्रस्ताव तैयार करके भिजवाएं. कृषि उपजों की ई-नीलामी या डिजिटल प्लेटफॉर्म सर्विस प्रोवाइडर के लिए लाइसेंस बनवाने के लिए मंडी के नियमों में भी कुछ बदलाव किए जाएंगे.


जैविक-प्राकृतिक उत्पादों के लिए लैब
जैसा कि अब यूपी में भी जैविक खेती-प्राकृतिक खेती को बढ़ावा मिल रहा है. इसी कड़ी में यूपी सरकार इस विधि से उपजे उत्पादों की जांच के लिए लैब स्थापित करने की तैयारी कर रही है. यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप जैविक और प्राकृतिक उत्पादों की जांच के लिए सभी मंडल मुख्यालयों में टेस्टिंग लैब की स्थापना करवाई जाए. वहीं इलाज करवाने पर भी मंडी परिषद, संबंधित अधिकारियों को कमर्चारियों को चिकित्सा प्रतिपूर्ति भी की जाए.


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


यह भी पढ़ें:- 'पहले आओ पहले पाओ' के आधार पर खोलें खुद का 'बकरी फार्म', इस स्कीम के जरिए सरकार दे रही मदद