Bakri Palan: कृषि की तरह ही पशुपालन भी ग्रामीण अर्थव्यवस्था का अहम हिस्सा बनकर उभर रहा है. देसी-विदेशी बाजारों में अंडे, दूध, मांस बढ़ती मांग ने इस बिजनेस को लाभकारी बना दिया है. वैसे तो दूध के लिए गाय-भैंस पालन पर ही ज्यादा फोकस किया जाता है, लेकिन इन पशुओं की कीमत काफी ज्यादा होती है, जिसके चलते छोटे किसानों के लिए इन पशुओं को खरीदना मुश्किल हो जाता है. यही वजह है कि छोटे किसान को बकरी पालने के लिए प्रेरित किया जा रहा है. इसकी खरीद के लिए केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर किसानों की आर्थिक मदद करती हैं. नाबार्ड की ओर से लोन का इंतजाम भी हो जाता है. पहली बार बकरी पालन करने वाले किसानों के लिए ट्रेनिंग की सुविधा भी दी जा रही है.


इस काम और भी ज्यादा आसान बनाने के लिए केंद्रीय बकरी अनुसंधान संस्थान ने बकरी पालन के लिए कुछ मोबाइल एप बनाए हैं, जहां से वैज्ञानिक बकरी पालन, बकरियों का सही प्रबंधन, इनसे मिलने वाले उत्पादन और कीमत आदि की जानकारी ले सकते हैं.


गोट फार्मिंग
Goat Farming एप्लीकेशन को केंद्रीय बकरी अनुसंधान संस्थान की ओर से विकसित और लॉन्च किया है. किसानों की सुविधा के लिए यह एप्लीकेशन 4 भाषाओं (हिंदी, तमिल, कन्नड़ और अंग्रेजी) में उपलब्ध है.


इस मोबाइल एप्लीकेशन में देसी नस्ल की बकरी, प्रजनन प्रबंधन, बकरी की उम्र के मुताबिक डाइट की जानकारी, बकरी के लिए चारा उत्पादन, बकरी के रखरखाव और देखभाल के साथ-साथ स्वास्थ्य प्रबंधन के साथ-साथ उनसे मांस और दूध का बेहतर उत्पादन हासिल करने को लेकर भी सही जानकारी प्रदान करता है.


बकरी उत्पाद एप
बकरियों से जुड़े कौन-कौन से मूल्य वर्धित उत्पादों की बाजार में मांग है और कैसे बकरी पालन इन उत्पादों से अच्छा मुनाफा ले सकते हैं, ये सारी जानकारियां बकरी उत्पाद एप्लीकेशन पर मौजूद हैं. इस एप्लीकेशन पर बकरियों की पोषण से जुड़ी जानकारियां भी मिल जाएंगी.


देशभर के किसानों की सुविधा के लिए बकरी उत्पाद एप्लीकेशन से हिंदी, तमिल, कन्नड़ और अंग्रेजी भाषा में भी जानकारियां हासिल कर सकते हैं. यह बकरी और इससे जुड़े उत्पादों की मार्केटिंग में भी अहम रोल अदा करता है.


बकरी मित्र
बकरी मित्र मोबाइल एप्लीकेशन को यूपी और बिहार में बकरी पालन प्रबधन को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया है. इस एप को केंद्रीय बकरी अनुसंधान संस्थान और अंतरराष्ट्रीय पशुधन शोध संस्थान नैरोबी केन्या ने मिलकर विकसित किया है, जहां बकरी पालन वाले किसानों को बकरियों के पोषण प्रबंधन, स्वास्थ्य प्रबंधन, प्रजनन प्रबंधन, मार्केटिंग, आश्रय और खान-पान से जुड़ी जानकारियां मौजूद हैं.


ट्रेनिंग प्रोग्राम से जुड़ी जानकारी भी इसी एप पर मिल जाएगी. अधिक जानकारी के लिए बकरी मित्र एप्लीकेशन पर हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं, जिस पर कॉल करके अपनी समस्याओं का समाधाम हासिल कर सकते हैं.


बकरी गर्भाधान सेतु
राष्ट्रीय गोकुल मिशन के तहत मवेशियों के कृत्रिम गर्भाधान को प्रमोट किया जा रहा है, ताकि बकरियों की उत्पादकता और इनकी नस्ल में सुधार किया जा सके. यदि एक वैज्ञानिक प्रोसेस हैं, जिसकी जानकारी हर बकरी पालक को होनी चाहिए. इससे बकरी फार्म का विस्तार करने और नुकसान को कम करने में भी खास मदद मिलेगी.


गोट ब्रीड एप
बकरियों की अच्छी नस्लों के संरक्षण-संवर्धन के लिए नित नए प्रयास हो रहे हैं. एक अच्छी नसल् की बकरी आपके बिजनेस में चार चांद लगा सकती है. बाजार में बकरी के दूध के अलावा मांस भी अच्छे दाम पर बिकता है, इसलिए अच्छा प्रोडक्शन देने वाली नस्लों की जानकारी होना आवश्यक है.


यह काम गोट ब्रीड एप्लीकेशन से मुमकिन है. यहां बकरियों की तमाम नस्लों के बारे में लगभग सारी जानकारियां मौजूद हैं. इस एप की मदद से अपने बजट की या अच्छा मुनाफा देने वाली बकरी की नस्ल का चुनने में भी मदद मिलेगी. इस एप से बाजार की मांग का भी पता लगा सकते हैं.


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


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