लोकसभा चुनावों के बीच सरकार वोटरों को रिझाने की हर कोशिश करने में लगी है तो वहीं किसानों को भी सरकार रिझाने से पीछे नहीं हट रही है. इसी दौरान सरकार ने गेहूं की खरीद को लेकर एक बड़ा लक्ष्य रखा है. सरकार गैर पारंपरिक राज्यों जैसे राजस्थान, उत्तर प्रदेश और बिहार से 7 गुना ज्यादा वृद्धि के साथ गेहूं की खरीद करेगी. इस साल सरकार ने 50 लाख टन गेहूं इन राज्यों से खरीदने का लक्ष्य रखा है. खाद्य सचिव संजीव चोपड़ा ने कहा कि राजस्थान, उत्तर प्रदेश और बिहार अपनी क्षमता से कम योगदान दे रहे हैं. हम इस साल कुल 310 लाख टन गेहूं खरीदेंगे जिसमें से 50 लाख टन गेहूं इस साल इन तीनों राज्यों से खरीदे जाएंगे.


खाद्य सचिव ने बताया कि पिछले साल इन तीनो राज्यों ने केवल 6.7 लाख टन का ही योगदान दिया था. लेकिन अब इसे बढ़ाने की तैयारी है. हालांकि गेहूं खरीद का जिम्मा केंद्र की नोडल एजेंसी भारतीय खाद्य निगम द्वारा और राज्य की एजेंसियों के पास होता है. लेकिन इस बार सहकारी समितियों नेफेड और एनसीसीएफ को भी इस साल 5 लाख के खरीद टारगेट के साथ जोड़ा गया है. गेहूं की खरीद ऑन ईयर के लिए गेहूं की एमएसपी 2275 रुपये प्रति क्विंटल रखी गई है.


देश में धान के बाद गेहूं सबसे प्रमुख फसल है. इसे रबी की फसल में शुमार किया जाता है. यह उत्तर भारत और उत्तर पश्चिम में सबसे ज्यादा इस्तेमाल होता है.. भारत चीन के बाद सबसे ज्यादा गेहूं उत्पादक वाला देश है. गेहूं का उत्पादन सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश में होता है, लेकिन इस बार हरियाणा और पंजाब गेहूं को लेकर चर्चा में है. क्योंकि यहां एमएसपी पर गेहूं की खरीद सबसे ज्यादा होती है. 


ये हैं गेहूं के सबसे बड़े उत्पादक राज्य
उत्तर प्रदेश गेहूं उत्पादन में पहले नंबर पर आता है, जो पूरे देश का करीब 32 प्रतिशत गेहूं उत्पादन करता है. दूसरे नंबर पर मध्य प्रदेश आता है जो कि कुल उत्पादन का 19 प्रतिशत उत्पादन करता है. पंजाब में कुल उत्पादन का 15 प्रतिशत गेहूं उत्पादन होता है तो वहीं हरियाणा में 11 प्रतिशत गेहूं का उत्पादन होता है. 10 प्रतिशत गेहूं उत्पादन के साथ राजस्थान पांचवें नंबर पर आता है. बिहार में गेहूं के कुल उत्पादन का 5.1 प्रतिशत उत्पादन होता है तो वहीं गुजरात में करीब 3 फीसदी गेहूं का उत्पादन होता है. महाराष्ट्र में 1.9 तो उत्तराखंड में 0.8 प्रतिशत गेहूं का उत्पादन होता है.


हरियाणा बना नंबर एक राज्य


अब गेहूं की खरीद तेज हो गई है, और अब तक करीब 70 लाख टन गेहूं की खरीद हो चुकी है. एमएसपी पर गेहूं की सबसे ज्यादा खरीद में अब तक मध्य प्रदेश सबसे आगे चल रहा था, जिसे अब हरियाणा ने पीछे छोड़ दिया है. हरियाणा से इस बार 31,25,635 टन गेहूं की खरीद हुई है जबकि मध्य प्रदेश से 29000 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की है. सरकार ने इस साल एमएसपी पर अधिक गेहूं खरीदने का लक्ष्य रखा है. क्योंकि बफर स्टॉक में गेहूं 16 साल के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया है.


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