Soil Test for Rabi Season 2022: जलवायु परिवर्तन (Climate Change) के बीच देश-दुनिया की डिमांड को पूरा करना चुनौतीपूर्ण काम होता जा रहा है. इसके लिये किसान अब रसायनिक उर्वरकों (Chemical Fertilizer) का इस्तेमाल करने लगे हैं, जिससे मिट्टी की सेहत दिन पर दिन गिरती जा रही है. कृषि विशेषज्ञों के मुताबिक, किसी फसल की अच्छी पैदावार के लिये मिट्टी में करीब 17 पोषक तत्वों का होना जरूरी है. इनकी कमी होने पर ही खाद-उर्वरकों का खर्च बढ़ जाता है. ऐसे में फसलों की बुवाई से पहले मिट्टी की जांच (Soil Test) करवाने की सलाह दी जाती है.


मिट्टी की जांच के बाद किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड दिया जाता है, जिससे मिट्टी में पोषक तत्वों की कमी के साथ-साथ मिट्टी की संरचना की जानकारी मिल जाती है. इससे आम्लीय व क्षारीय मिट्टी को संतुलित मात्रा में उर्वरकों का इस्तेमाल करके खेती लायक भी बना सकते हैं. वहीं अगर बिना जांच किये ही पोषक तत्वों का इस्तेमाल करते हैं तो मिट्टी की सेहत (Soil Hralth)  पर बुरा असर पड़ता और फसलों की पैदावार बढ़ने के बजाय कम होने लगती है. 


इस तरह लें नमूना
मिट्टी की जांच के लिये बुवाई या रोपाई के करीब 15 दिन या एक महीना पहले मिट्टी का सैंपल इकट्ठा करना चाहिये.



  • खेत में अलग-अलग 8 से 10 स्थानों पर निशान लगाया जाता है और घास-फूस कचरा हटाकर सैंपल इकट्ठा करते हैं.

  • सैंपल इकट्ठा करने के लिये खेत की सतह से करीब 15 सेमी या आधा फुट गहरा गड्ढा खोदकर खुरपी के जरिये मिट्टी निकाल लें.

  • अलग-अलग जगह से मिट्टी का सैंपल इकट्ठा करके बाल्टी या टब में डालकर अच्छी तरह से मिला दें.

  • अब इस मिट्टी से 500 ग्राम का सैंपल निकाल लें और एक साफ-पारदर्शी पाउच या पॉलीथिन में भर लेना चाहिये.

  • इस पॉलीथिन पर एक पर्चा चिपकायें, जिस पर किसान का नाम, पिता का नाम, गांव, तहसील व जिले का नाम, खेत का खसरा नंबर और भूमि सिंचित है या असिंचित लिखा हो.


इन बातों का रखें ध्यान
अगर खेत की संरचना ऊंची नीची है या खेत ढ़लान पर है तो ऊंचाई के मुकाबले नीचे स्थानों से सैंपल इकट्ठा करें.



  • खेत की मेढ़, पानी की नाली और कंपोस्ट या गोबर के ढेर के आसपास से नमूना इकट्ठा नहीं करना चाहिये.

  • खेत में यदि कोई पेड़ खड़ा है तो उसकी जड़ से नमूना इकट्ठा नहीं करना चाहिये.

  • खाद की थैली या जूट की बेरी में मिट्टी का सैंपल नहीं रखना चाहिये. 

  • खेतों में खड़ी फसल से नमूना इकट्ठा ना करें.

  • यदि खेतों में खाद-उर्वरक का इस्तेमाल किया है तब भी मिट्टी का सैंपल वैलिड नहीं रहता.

  • बारिश के बाद कीचड़ या दलदली जमीन का सैंपल ना लें. इसके लिये खेतों के सूखने का इंतजार करें.


यहां भेजें मिट्टी का नमूना
मिट्टी का नमूना इकट्ठा करने के बाद इसकी जांच के लिये मृदा जांच लैब या स्थानीय कृषि पर्यवेक्षक और नजदीकी कृषि विभाग के कार्यालय में जमा करवा सकते हैं.


Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ कुछ मीडिया रिपोर्ट्स और जानकारियों पर आधारित है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.


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