Red Potato Farming: अब किसान पारंपरिक खेती को छोड़कर. फसलों की अलग-अलग किस्मों को अपना रहे हैं. अलग-अलग इलाकों में अब खेती में काफी एक्सपेरिमेंट किए जा रहे हैं. किसान पहले जहां सामान्य तौर पर लोग गेहूं, मक्का और धान की खेती किया करते थे. तो वहीं अब इसमें और भी फसलें जोड़ रहे हैं. किसानों को अब लाल आलू की खेती भी खूब भा रही है. इसमें खूब मुनाफा भी हो रहा है. चलिए जानते हैं लाल आलू की खेती से किस तरह कमाया जा सकता है तगड़ा मुनाफा. 


इस तरह करें खेती


लाल आलू छोटे से मध्यम आकार के होते हैं और कुछ हद तक समान आकार के गोल या अंडाकार होते हैं. लाल आलू की फसल को ठंड के मौसम में उगाया जाता है. संतारा किस्म के लाल आलू के बीज को अच्छी जल निकासी वाली उर्वरक मिट्टी में बोया जाता है.  ठंड के मौसम की शुरुआत में इसकी बुवाई करनी चाहिए. इसके लिए 26 डिग्री से लेकर 30 डिग्री तक का तापमान सही रहता है. इसके बाद 3 इंच गहराई और 1 फुट की दूरी पर इसके पौधे लगाएं. पौध रोपण करने से पहले उर्वरक डालें और तकरीबन एक महीने बाद फिर कुछ मात्रा में और उर्वरक डालें.


चिप्स के लिए है काफी डिमांड


इन लाल आलू की मार्केट में चिप्स के लिए काफी डिमांड है. राजस्थान के किसानों ने पिछले साल लाल आलू की अच्छी खेती की जिसमें खूब मुनाफा हुआ था. उन्होंने आलुओं की सीधी डील गुजरात के चिप्स मैन्युफैक्चर्स से की थी. इसके बाद पूरी खेप उन्होंने उनको दे दी थी. अगर कोई लाल आलू की खेती करता है तो उसे अब काफी मुनाफा होने के द्वार खुल गए हैं. करीब दो महीनों में इसकी अच्छी फसल तैयार हो जाती है. 


रोगों से करता है बचाव


लाल आलू की न सिर्फ सब्जी अच्छी बनती है और अन्य इस्तेमाल में लाया जाता है. बल्कि इसे खाने से काफी सेहत को भी फायदा होता है. डॉक्टर का कहते हैं कि  लाल आलू  दिल से जुड़े रोगों के लिए काफी कारगर होता है. इसके साथ ही यह कैंसर बीमारी से भी बचाव करता है.


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